कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर की रेप और हत्या के मामले में जांच से कहीं अधिक तेज सियासत चल रही है। पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने के नाम पर शुरू हुए प्रदर्शन सियासी दांवपेच का मैदान बन गए हैं। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस सरकार व विपक्ष के विरोध-प्रदर्शन, बंद और हिंसा की घटनाओं के बीच शुक्रवार को भाजपा की महिला इकाई सहित भाजपा नेता अपराधों में कथित निष्क्रियताके लिए राज्य महिला आयोग को तालालगाने पहुंच गए। यहां सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग के नारे भी लगाए गए। पुलिस ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। उधर, सीएम ममता ने शुक्रवार को Pश नरेंद्र मोदी को एक और पत्र लिखा और बलात्कार और हत्या के जघन्य अपराधों पर कठोरकेंद्रीय कानून, सजा और एक विशिष्ट समय सीमा में मामलों के निपटारे की मांग की। TMC सुप्रीमो ने कहा कि उनकी पार्टी 31 अगस्त को हर ब्लॉक में प्रोटेस्ट करेगी। एक सितंबर को टीएमसी का महिला मोर्चा भी प्रदर्शन करेगा। इस बीच, राज्य भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने राजभवन में राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात कर राज्य में अशांति दूर करने निर्णायक कार्रवाईकरने का आग्रह किया। बाद में बोस दिल्ली रवाना हो गए।सीबीआइ जांच को लेकर पीड़िता के माता-पिता ने निराशा जताई है। पैरेंट्स ने कहा कि कई छापों और पालीग्राफ टेस्ट के बावजूद केंद्रीय जांच एजेंसी अब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। पहले CBI सिर्फ इसी मामले की जांच कर रही थी, लेकिन अब कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के कथित आर्थिक घोटाले की भी जांच कर रही है।