अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट और रिपब्लिकन एक दूसरे से बढ़त हासिल करने की कोशिश में लगे हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी कमला हैरिस लगातार समर्थकों को जोड़ रही हैं। 200 से अधिक पूर्व रिपब्लिकनों ने कमला हैरिस के समर्थन में खुला पत्र लिखा है।

उन्होंने प्रगतिशील रिपब्लिकनों से ट्रंप के बजाय कमला हैरिस का समर्थन करने की अपील की है। इन रिपब्लिकनों में कई पूर्व राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू के साथ भी काम कर चुके हैं। दूसरी ओर, हैरिस के चुनावी अभियान ने ट्रंप के इस दावे को खारिज कर दिया कि उन्होंने 10 सितंबर को होने वाली प्रेसिडेंशिएल डिबेट के लिए 27 जून को राष्ट्रपति जो बाइडन की तरह बहस में भाग लेने का समझौता किया है। इसमें लाइव आडियंस नहीं होना और जब उम्मीदवार नहीं बोल रहे हों तो माइक म्यूट करना शामिल है।

अमेरिका में कोई मौजूदा उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति नहीं चुना गया

कमला हैरिस इतिहास के उस क्रम को तोड़ने की कोशिश में जुटी हैं, जिसमें 1836 के बाद केवल एक मौजूदा उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति चुनाव जीत सका है। 1988 में तत्कालीन उपराष्ट्रपति जार्ज एच. डब्ल्यू बुश राष्ट्रपति चुने गए थे। तब से अब तक कोई मौजूदा उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति नहीं चुना गया। असफल होने वाले उपराष्ट्रपतियों में 1960 में रिचर्ड निक्सन, 1968 में हबर्ट हम्फेरी और 2000 में अल गोर हैं। इस बीच, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस 21 जुलाई को बाइडन द्वारा उम्मीदवारी से हटने के बाद पहली बार इस सप्ताह सीएनएन को साक्षात्कार देंगी।

बढ़ सकती हैं ट्रंप की मुश्किलें

2020 के चुनाव परिणामों को पलटने की कोशिश में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें फिर बढ़ सकती हैं। विशेष वकील जैक स्मिथ ने मंगलवार को ट्रंप के खिलाफ एक संशोधित अभियोग दायर किया है, जिसमें संबंधित आरोपों को संशोधित किया गया है। मुख्य आरोपों को बरकरार रखते हुए सुप्रीम कोर्ट के छूट संबंधी फैसले के जवाब में अभियोग में कुछ नए तत्व जोड़े गए हैं। इसमें मिनी ट्रायल की आवश्यकता को दरकिनार कर दिया गया है।