सनाढ्य का एरु नदी को पुनर्जीवित करने का स्वप्न होने लगा साकार 

बूंदी। भीलवाड़ा जिले के तिलस्वा से निकलकर बूंदी जिले से होकर चम्बल नदी में मिलने वाली एरू नदी को खनन माफियाओं ने उजाड़ दिया था। एरू नदी की दुर्गति को देखकर 2018 में रैमन मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त तरुण भारत संघ के संयोजक जल पुरुष राजेंद्र सिंह की प्रेरणा से बूँदी जिले के तलवास ग्राम निवासी पर्यावरण प्रेमी व समाजसेवक बिट्ठल कुमार सनाढ्य द्वारा राजस्थान उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की गई थी। पांच साल की लंबी लड़ाई के बाद फैसला आया कि नदी की सफाई कराकर उसे मूल रूप से लाया जाए।

इसके बाद बूंदी के जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा ने तत्काल प्रभाव से DMFT फंड से 10 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की और आज लगभग 2.50 किमी. के हिस्से की सफाई हो चुकी है और काम जारी है।

नदी बचाओ अभियान एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्राप्त इस उपलब्धि के लिए सनाढ्य समाज तलवास सहित ग्राम के निवासियों की ओर से हर्ष व्यक्त किया जा रहा है। यह एक अनोखा उदाहरण है कि कैसे एक व्यक्ति ने पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति प्रेम में एक लंबी कानूनी लड़ाई लड़कर खनन माफियाओं द्वारा उजाड़ी गई एक नदी को पुनर्जीवित करने का सपना साकार किया है। समाज में ऐसे आदर्श उदाहरण से प्रकृति एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे की पीढ़ियां भी प्रेरित होती रहेगी।