हिसार ट्रेन दुर्घटना मामले में तीन कर्मचारी निलंबित, कारणों का नहीं चला पता
गुडला जंक्शन के पास कोटा-हिसार ट्रेन दुर्घटना मामले में रेल प्रशासन ने कैरिज एंड वैगन विभाग के तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इनमें एक सुपरवाइजर, एक टेक्नीशियन और एक एमसीएफ शामिल है। मामले को लेकर दिनभर जांच चलती रही। इस दौरान कई कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए गए। हांलाकि घटना के ठोस कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। ऐसे में कर्मचारियों के निलंबन के कारण भी सामने नहीं आ सके हैं। पर माना जा रहा है कि घटना के बाद ट्रेन की रवानगी में हुई अप्रत्याशित देरी के चलते कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। इन कर्मचारियों पर जल्द से जल्द कोच की खराबी दूर कर अनावश्यक देरी किए बिना ट्रेन को रवाना करने की जिम्मेदारी थी। लेकिन यह इस काम में पूरी तरह फैल रहे। सूचना मिलने पर बिना तैयारी और औजारों के कर्मचारियों को गुड़ला भेज दिया गया। औजार नहीं होने पर कोच की खराबी दूर नहीं हो सकी। इसके बाद दूसरे कर्मचारियों को उदयपुर-निजामुद्दीन मेवाड़ से औजार लेकर गुड़ला भेजा गया। इसके बाद खराबी दूर होने पर ट्रेन आगे रवाना हुई। समय पर खराबी दूर नहीं होने पर ट्रेन करीब 2 घंटे तक मौके पर खड़ी खड़ी। इसके चलते रेल संचालन की प्रभावित रहा। ट्रेनों को लूप लाइन से निकल गया।उल्लेखनीय है कि बुधवार को कोटा-हिसार ट्रेन के गार्ड के डिब्बे के ब्रेक ब्लॉक जाम हो गए थे। यह घटना कोटा से ट्रेन रवाना होने के 10 मिनट बाद रात करीब 12 बजे गुडला स्टेशन पर सामने आई थी। पहिए में आग और धुंआ नजर आने पर पॉइंट्समैन ने ड्राइवर को सूचना देकर ट्रेन को मौके पर ही खड़ी करवाया था।