रक्तदान सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है: आचार्य बालकृष्ण महाराज
- 605 रक्तवीरों ने किया रक्तदान
- राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि की 17वीं पुण्यतिथि विश्व बंधुत्व दिवस के उपलक्ष्य में आयोजन
आबू रोड। राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि की 17वीं पुण्यतिथि विश्व बंधुत्व दिवस के उपलक्ष्य में ब्रह्माकुमारीज़ के मुख्यालय शांतिवन में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें देशभर से आए 605 ब्रह्माकुमार भाई-बहनों ने रक्तदान किया।
शिविर के शुभारंभ पर पहुंचे पतंजलि आयुर्वेद के आचार्य बालकृष्ण महाराज ने कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। जो युवा स्वस्थ हैं उन्हें जरूर रक्तदान करना चाहिए। हर एक व्यक्ति रक्तदान का संकल्प करे तो देश में हर साल रक्त की कमी से होने वाली लाखों मौतों को टाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की सेवाएं बहुत ही सराहनीय हैं। यह संस्था नारी शक्ति और सशक्तिकरण की मिसाल है। नारी शक्ति ने एकजुट होकर पूरे विश्व में अध्यात्म का परचम फहराया है। यहां भाई-बहनें बड़े ही सेवाभाव से सेवा करते हैं जो अनुकरणीय है। संस्था के मुख्यालय आकर बहुत अच्छा लगा। इस दौरान उन्होंने शांतिवन का भी अवलोकन किया।
मल्टीमीडिया निदेशक बीके करुणा भाई ने कहा कि संस्था हर क्षेत्र में अपने सामाजिक जिम्मेदारी निभा रही है। समय प्रति समय रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। इससे रक्तदान की कमी को दूर करने में मदद मिली है।
ग्लोबल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. प्रताप मिड्ढा ने कहा कि ग्लोबल हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर माउंट आबू और ट्रॉमा सेंटर आबू रोड द्वारा शिविर का आयोजन किया गया है। रक्तदान के प्रति ब्रह्माकुमार भाई-बहनों का अपार उत्साह देखकर बहुत ही प्रसन्नता हो रही है। मेडिकल विंग के सचिव डॉ. बीके बनारसी लाल ने कहा कि आज युवाओं में रक्तदान को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। अब लोग रक्तदान को लेकर जागरूक हो रहे हैं। इस दौरान सीए बीके ललित, डॉ. सतीश गुप्ता, बीके अमरदीप ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
देशभर से पहुंचे युवाओं ने दिखाया उत्साह-
ट्रॉमा सेंटर ब्लड बैंक के धर्मेंद्र भाई और बीके चुनेश भाई ने बताया कि रक्तदान में 20 साल के युवा से लेकर 50 साल के वरिष्ठ लोगों ने उत्साह दिखाया। हर कोई रक्तदान और अपना नंबर आने के लिए बेसब्री से इंतजार करता दिखा। इनका कहना था कि दादीजी की पुण्यतिथि पर आयोजित शिविर में रक्तदान करने का सौभाग्य मिला है, इससे खुशी हो रही है।