भांकरोटा थाने की मुकुंदपुरा पुलिस चौकी में गुरुवार सुबह हेड कांस्टेबल बाबूलाल गोठवाल ने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले 6 पेज का सुसाइड नोट लिखा और उसे अपने बैच के सोशल मीडिया ग्रुप व कुछ परिचितों को भेजा। नोट में भांकरोटा थाने में दर्ज तीन प्रकरणों की सीबीआइ जांच की मांग की। वहीं, सुसाइड नोट को देखकर पुलिस ने तुरंत बाबूलाल की लोकेशन निकलवाई तो वह मुकुंदपुरा चौकी की मिली। भांकरोटा एसएचओ मुकुंदपुरा चौकी पहुंचे तो अंदर मोबाइल की घंटी बज रही थी। खिड़की से देखा तो बाबूलाल पंखे से बंधे तार के फंदे पर लटक रहा था। सूचना पर परिजन भी वहां पहुंच गए। शव को नीचे उतारकर एसएमएस अस्पताल पहुंचाया, जहां पर शुक्रवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।गौरतलब है कि 8 अगस्त 2023 को भांकरोटा थाने में एक जमीन विवाद सामने आया। पुलिस ने जमीन पर काबिज पक्ष को थाने में लाकर 151 में बंद कर दिया, जबकि दूसरे पक्ष का जमीन पर कब्जा करवा दिया। गिरफ्तार होने वाले पक्ष ने बाद में रिपोर्ट दर्ज करवाई और जांच में उसकी पुष्टि हुई। जयपुर के भांकरोटा थाने में एसएचओ रहे चैनाराम, एएसआइ सुरेन्द्र व हेड कांस्टेबल बाबूलाल को सस्पेंड किया गया। इस मामले की विभागीय जांच पुलिस मुख्यालय में लंबित चल रही है, जिसमें बर्खास्त करने तक का, पुलिस ने बताया कि हेड कांस्टेबल बाबूलाल जनवरी में ही बहाल हुआ था। इसके बाद उन्हें डीसीपी पश्चिम कार्यालय अपराध शाखा में लगाया गया। दो सप्ताह से बाबूलाल मालखाना का चार्ज देने के लिए भांकरोटा थाने जा रहा था। आधे से अधिक मालखाना का चार्ज दे चुका था। गुरुवार को चौकी का सामान संभलवाने के लिए जाना था। चौकी पर पहुंचने के बाद सुबह करीब 11:30 बजे एक परिचित को फोन किया और फिर कुछ परिचित और बैचमेट के ग्रुप में 6 पेज का सुसाइड नोट शेयर करके फंदे पर लटक गए। नोट में भांकरोटा थाने में दर्ज तीन प्रकरणों की सीबीआइ जांच की मांग की। हेड कांस्टेबल बाबूलाल ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगदीश व्यास, एसीपी अनिल शर्मा, उप निरीक्षक आशुतोष सिंह व पत्रकार कमल देगड़ा के खिलाफ सुसाइड नोट लिखा। आत्महत्या के लिए इनको दोषी बताया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा व डीजीपी यू.आर. साहू से भांकरोटा थाने में दर्ज तीन प्रकरणों की सीबीआइ से जांच करवाने की मांग की है। झूठा फंसाने का आरोप लगाया है। एसीपी को बचाकर उन पर आरोप लगाने की बात लिखी। पैसे के लेन-देन करने का आरोप लगाया। यह भी लिखा कि, 11 माह 20 दिन तनाव में रहा हूं। स्टाफ, रिश्तेदार, समाज को मुंह दिखाने लायक नहीं हूं, कई लोग तो ऐसे देखते हैं कि मैंने एक दो मर्डर कर दिए हैं। गत पांच माह का लंबित वेतन बच्चों को दिलाने व बेटे तनुज को किसी भी पद पर नौकरी देने के लिए लिखा है।

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ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा

ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं