उदयपुर में शुक्रवार सुबह एक सरकारी स्कूल के दो नाबालिग छात्रों के बीच हुए विवाद से शहर में तनाव फैल गया.

आगजनी और पथराव की वजह से शहर के कई मुख्य बाज़ार बंद रहे और कुछ इलाक़ों में निशेधाज्ञा लागू करनी पड़ी.

उदयपुर ज़िला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने बीबीसी हिंदी को फ़ोन पर बताया, "शहर में फ़िलहाल शांति है. एहतियातन धारा 163 (निषेधाज्ञा) लगाई गई है. ज़िला अस्पताल में घायल बच्चे का इलाज चल रहा है."

शहर के एक सरकारी स्कूल में लंच ब्रेक के दौरान एक स्टूडेंट ने दूसरे स्टूडेंट पर चाकू से हमला कर दिया था. घायल स्टूडेंट को गंभीर हालत में टीचर्स ने ज़िला अस्पताल पहुंचाया.

ज़िला पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने बताया कि, "नाबालिग अभियुक्त को हिरासत में लिया गया है और शहर में पुलिस गश्त बढ़ा दीघटना के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान कई गाड़ियों में आग लगा दी गई और पथराव किया गया. अस्पताल के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग एकजुट हो गए.

देर शाम भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने बल का इस्तेमाल किया.

इस घटना पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया देते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

उन्होंने बयान जारी कर कहा, "उदयपुर में बने सांप्रदायिक तनाव के हालात चिंताजनक हैं. मैं सभी वर्ग के लोगों से अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं अफवाहों पर ध्यान ना दें." गई है."