भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की संकट चतुर्थी के पावन अवसर पर श्री ग्वालेेश्वर महादेव मंदिर के शिवालय में महंत बजरंगदास वैष्णव के सानिध्य में अखण्ड सहस्त्र घट का आयोजन किया गया। महंत बजरंगदास वैष्णव ने बताया कि श्री ग्वालेेश्वर महादेव मंदिर के शिवालय में सहस्त्र घट के बाद भगवान भोलेनाथ के छप्पन भोग की झांकी सजाई गई। श्री ग्वालेेश्वर महादेव मंदिर के शिवालय में आचार्य ललित किशोर गौतम, मुकेश गौतम, श्याम तिवारी, कमलेश गौतम व राजकुमार शर्मा के सानिध्य में श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा अर्चना क श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ का दूध, दही, शहद, शक्कर, गन्ना रस, भांग व बील रस से अभिषेक किया। हजारों घड़ों से अभिषेक किया। तत्पश्चात श्रद्धालुओं को प्रसादी जिमाई गई। इस अवसर पर मदनलाल माली, सीताराम अग्रवाल, अशोक पारीक, कैलाश जाट,फूलचंद सैन एवं इंदिरा वैष्णव सहित कई श्रद्धालु मौजूद थे। इसी प्रकार काली बाग के शिवालय में सहस्त्र घट का आयोजन किया गया। आचार्य पं. मोहनलाल शास्त्री खणदेवत के आचार्यत्व में पं. रामप्रसाद शर्मा, पं. सांवरमल शर्मा, पं. दीपक शर्मा, रविशंकर शर्मा व पं. कमलेश शर्मा ने यजमान हेमन्त बटावती, वंश प्रदीप पारीक व अविनाश पारीक सहित अन्य साथी यजमानों से पूजन करवाया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ का शहद, शर्करा, दूध, दही, घी, ईक्षुरस, बील रस, पंचामृत, भांग व जल से अभिषेक किया। इसके बाद सहस्त्र घटों से जलाभिषेक किया गया। जलाभिषेक के बाद भगवान का भव्य श्रृंगार किया गया और आरती की गई। तत्पश्चात विभिन्न व्यंजनों का भोलेनाथ के भोग लगाकर प्रसादी जिमाई गई।