बूंदी। जिला मुख्यालय से जेतपुर-तलवास-आंतरदा- करवर-इन्द्रगढ के लिए सायः 4 बजे चलने वाली एक मात्र राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बस सेवा है। इसी प्रकार प्रातः लाखेरी से चलकर इन्द्रगढ-करवर-आंतरदा-तलवास-जेतपुर होकर जिला मुख्यालय के लिए जानी वाली भी एक मात्र बस संचालित है। एक मात्र बस के अलावा कोई साधन उपलब्ध नही है। इस क्षैत्र की गरीब जनता को इन बसों का ही सहारा है। सम्पन्न व्यक्ति अपने निजी साधनों से सफर कर लेते है। त्यौहारों के समय सफर करना मुश्किल ही नही बल्कि जान जोखिम मे डालकर सफर करने की गरीब जनता की मजबूरी है। इस रूट पर सवाईमाधोपुर से वाया करवर तलवास बूंदी बस का संचालन था लेकिन गरीब जनता के दुखः दर्द की चिन्ता किये बगैर एक वर्ष से भी ज्यादा समय से उस बस का संचालन बन्द कर रखा है। गरीब आदमी की पुकार कोई सुनने वाला नही है। बन्द बस को चालू करवाने बाबत राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के अधिकारियों सहित राजस्थान शासन प्रशासन, जन प्रतिनिधियों, सहित सरकार को भी अवगत करवाया गया, लेकिन इस बस का संचालन करने व करवाने के आश्वासन के अलावा कुछ भी नही हुआ।
     गरीब जनता की मजबूरी है कि वह बसों मे ही सफर करें चाहे जान जाने का खतरा कितना भी हो। आतंरदा घाटी पर लगातार घटनाऐं होती रही है लेकिन जिम्मेदार इसके समाधान के लिए प्रयत्नशील नही है।
   बसों में क्षमता से ज्यादा व्यक्तियों के सफर से दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है। यदि क्षमता से ज्यादा नीचे, उपर बेटकर सफर पर बसों की कोई दुर्घटना हो जाती है तो समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन पर होती है।
  तलवास निवासी मूलचंद शर्मा सहित क्षैत्र की जनता बार बार लिखित में सवाईमाधोपुर वाली बन्द बस को चालू करवाने हेतु पत्र भिजवा चुके है तथा कितनी ही बार समाचार पत्रों ने वास्तविकता को बताया है लेकिन फिर भी गरीब जनता की कोई सुनवाई नही हो रही है। मूलचंद शर्मा, तलवास ने जिला कलेक्टर, बूंदी को पुनः पत्र भिजवा कर सवाईमाधोपुर वाली बस को प्रांरम्भ करवाने हेतु राजस्थान राज्य पथ परिवहन विभाग, बूंदी को आदेशित कर आदेश की पालना सुनिश्चित करवाने का अनुरोध किया है।