सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में एससी-एसटी के विभिन्न संगठनों द्वारा बुधवार को बुलाए गए बंद का ​दौसा जिलेभर में व्यापक असर देखने को मिला। जिला मुख्यालय पर व्यापारियों ने दुकानें नहीं खोली। वाहनों का संचालन बंद रहने से सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। इस दौरान एससी-एसटी के लोग गुप्तेश्वर रोड़ स्थित एक मैरिज गार्डन में जुटे, जहां से रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। रैली में सांसद मुरारीलाल मीणा समेत कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए। सांसद ने गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सामाजिक एकजुटता का पोस्टर लहराया।रैली के पंचवटी पहुंचते ही तेज बारिश का दौर शुरू हो गया, ऐसे में सभी लोग बारिश में भीगते हुए ही कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए सांसद ने कहा- संघर्ष समिति के सभी साथी जोश बनाए रखें। हम अनुशासित और शांतिप्रिय हैं। प्रशासन के साथ में हैं, जब तक हमसे कोई बदमाशी नहीं करेगा, तब तक हम भी बदमाशी नहीं करेंगे। लेकिन जो भी संविधान से छेड़छाड करेगा, उसे हम छोड़ेंगे नहीं। बहुत सारे लोग भ्रमित हो रहे हैं, फूट डालने का काम कर रहे हैं। ऐसे में उनसे भी सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि एससी-एसटी के लोग सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के विरोध में हैं, जिसमें संसद के अधिकार राज्य सरकारों को दिए गए हैं, क्योंकि राज्य सरकारें एक नोटिफिकेशन के जरिए किसी भी जाति को आरक्षण के दायरे से बाहर या अंदर कर सकती हैं। मीडिया के लोग एससी-एसटी में फूट डालने के लिए क्रीमिलेयर की बात कर रहे हैं।सांसद ने रैली में शामिल लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आप पूरी तरह निश्चित रहो क्योंकि आपने हमें चुनकर भेजा है और संसद सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दे सदन में उठाए हैं। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के विरोध में भी सबसे पहले चिराग पासवान, चंद्रशेखर व मुरारीलाल मीणा ने ही आवाज उठाई थी। पांच पहले भी मैंने विधानसभा में इसका मुद्दा उठाया था।