मानसून तन और मन को तरोताजा कर देने वाला मौसम है। भीषण गर्मी के बाद बारिश की बूंदें वातावरण को तो ठंडा और हरा-भरा करती ही हैं, साथ ही साथ मन को भी प्रसन्न रखती हैं, लेकिन इसके साथ ही इस मौसम में कई बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। जिसमें सिर्फ डेंगू- मलेरिया और सर्दी-जुकाम ही नहीं, बल्कि स्किन और फुट इन्फेक्शन्स भी शामिल हैं, जिस पर ध्यान न दिया जाए, तो ये गंभीर रूप धारण कर सकते हैं।
बारिश में गीले फुटवेयर्स को लंबे वक्त तक पहनने और पैरों को साफ व सूखा न रखने से इन्फेक्शन होने की संभावना और ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में किन उपायों की मदद से रह सकते हैं इस इन्फेक्शन से दूर, जान लें यहां।
चुनें सही फुटवेयर्स
मानसून में पैरों को इन्फेक्शन से बचाए रखने के लिए सबसे पहला जो उपाय है, वो है सही फुटवेयर्स चुनना। ऐसे फुटवेयर्स जिसमें पानी इकट्ठा न होने पाएं। लगातार नमी के संपर्क में रहने से फंगल इन्फेक्शन हो जाता है। जूते या ऐसी सैंडल जो पैरों को पूरी तरह से कवर करते हों, इस मौसम में पहनना अवॉयड करें। बरसात के लिए प्लास्टिक और रबड़ के फुटवेयर्स सबसे बेस्ट होते हैं।
नमक वाले पानी में डुबाएं पैर
बारिश के मौसम में अगर आप गीले हो गए हैं, तो घर पहुंचकर नमक वाले पानी में लगभग 15 मिनट तक पैरों को डुबोकर रखें। इससे इन्फेक्शन का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
नाखूनों को रखें छोटा
लंबे नाखून कई तरह की बीमारियों का घर होते हैं और बारिश के मौसम में इनसे इन्फेक्शन होने की संभावना और ज्यादा बढ़ जाती है। वैसे तो हर मौसम में ही नाखूनों को छोटा रखना चाहिए, लेकिन मानसून में इसका खास ख्याल रखें।
पैरों को साफ रखें
मानसून के दौरान इन्फेक्शन से बचे रहने के लिए नमक वाले पानी में पैर डुबोकर रखना ही काफी नहीं होता, बल्कि पैरों को अच्छी तरह साफ करना भी जरूरी है। साबुन और पानी से पैर की उंगलियों के बीच जमी गंदगी को साफ करें। अच्छे से सुखाएं और फिर मॉयश्चराइजर लगाएं।
इन तरीकों से पैरों को रख सकते हैं फंगल इन्फेक्शन से दूर।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें किसी पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।