कोटा. सांगोद पंचायत समिति की ग्राम पंचायत कुंदनपुर में ग्राम विकास अधिकारी को निलम्बित करने का मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ रहा है। अधिकारी के निलम्बन को राजनीतिक द्वेषतापूर्ण कार्रवाई बताते हुए कुंदनपुर सरपंच मीना कुमारी ने पद से इस्तीफा दे दिया है। मंगलवार को सरपंच मीना कुमारी के पति व पूर्व मंत्री भरतसिंह ने जिला परिषद के सीईओ अशोक त्यागी को इस्तीफे की प्रति सौंपी है। बताया की कुंदनपुर पंचायत के अडूसा गांव में कथित तौर पर विवादित भूमि पर विधायक कोष से जारी हुई गलत स्वीकृति के मामले में जांच का हवाला देते हुए जिला परिषद प्रशासन ने आदेश जारी कर पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी दिलीप यादव को निलम्बित कर दिया था। आदेश जारी होने के दूसरे दिन ही पूर्व मंत्री भरत सिंह ने ग्राम पंचायत की सरपंच एवं उनकी पत्नी मीना कुमारी द्वारा पद से इस्तीफा देने की चेतावनी जारी की। हालांकि पूर्व में यह इस्तीफा 15 अगस्त को सांगोद पंचायत समिति कार्यालय में देना था, लेकिन बाद में इस्तीफा जिला परिषद के सीईओ को देने का निर्णय लिया। सरपंच ने ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर पर राजनीतिक दबाव बनाने का आरोप लगाया है। वहीं ग्राम विकास अधिकारी दिलीप यादव से इस बारे में बातचीत करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल बंद आ रहा था। गौरतलब है कि भरतसिंह ने विधायक कोष से दस लाख रुपए में उप स्वास्थ्य केन्द्र में निर्माण के लिए राशि जारी की थी।