राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश से मौसम सुहाना बना हुआ है, लेकिन दूसरी ओर लोग बाढ़ से परेशान हैं. रक्षाबंधन पर भी रेगिस्तानी आसमान में बादल बरसते रहे. जिससे त्योहार पर इंद्रदेवता ने लोगों को खूब भिगोया. वहीं मानसून की ट्रफ लाइन की दिशा में बदलाव के कारण बारिश से थोड़ी राहत मिली है. इस प्रकार पिछले 10 दिन से सक्रिय मानसून अब कमजोर पड़ गया है. 17 अगस्त से पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में तेज बारिश का दौर थम गया. मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार परिसंचरण तंत्र दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और उसके आसपास के पाकिस्तान क्षेत्र पर स्थित है. इसके प्रभाव से राजस्थान में सबसे अधिक बारिश राजसमंद के नाथद्वारा में 58.0 मिमी दर्ज की गई. ताजा अपडेट के अनुसार पूर्वी राजस्थान में फिलहाल बारिश से राहत है, लेकिन कोटा, भरतपुर, अजमेर, उदयपुर तथा पश्चिमी राजस्थान में बीकानेर,जोधपुर संभागों सहित आस पास के इलाकों में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना जताई गई है. इसी के साथ ही जयपुर मौसम केंद्र ने आगामी तीन घंटो के लिए बारिश अलवर, भरतपुर, जयपुर (उत्तर) जिलों में कुछ स्थानों पर ऑरेंज और धौलपुर, करौली, दौसा, झुंझुनू जिलों के लिए योलो अलर्ट जारी किया . इसी के साथ इन जिलों में  हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है. ताजा अपडेट के अनुसार पूर्वी राजस्थान में फिलहाल बारिश से राहत है, लेकिन कोटा, भरतपुर, अजमेर, उदयपुर तथा पश्चिमी राजस्थान में बीकानेर,जोधपुर संभागों सहित आस पास के इलाकों में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना जताई गई है. इसी के साथ ही जयपुर मौसम केंद्र ने आगामी तीन घंटो के लिए बारिश अलवर, भरतपुर, जयपुर (उत्तर) जिलों में कुछ स्थानों पर ऑरेंज और धौलपुर, करौली, दौसा, झुंझुनू जिलों के लिए योलो अलर्ट जारी किया . इसी के साथ इन जिलों में  हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है.