भाई बहन के अटूट स्नेह का पर्व रक्षाबंधन सोमवार को हर्ष उल्लास और परंपरा पूर्वक मनाया गया। हर वर्ष की तरह इस वर्ष सावन पूर्णिमा की तिथि पर बहनों ने रक्षा सूत्र से भाइयों की कलाइयां सजाई। रेशम की डोरी के धागे भले ही कच्चे हो लेकिन इसके पीछे का स्नेह अटूट और बेहद मजबूत होता है। बहन-भाई के प्यार का प्रतिक इस त्योहार को लेकर घर-घर में व्यापक तैयारियां की गई थी। इस दौरान मुंह मीठा करने का दौर भी जारी रहा। सोमवार की सुबह भद्रा काल होने कारण दोपहर में अधिकांश बहनों ने भाई की कलाई पर राखी सजाई और उपहार पाकर अपनों के साथ खुशियां मनाई।घर के बुढे- बुजुर्गों का पैर छुकर आशिर्वाद लिया। दोपहर में अधिकांश बहनों ने भाई की कलाई पर राखी सजाई और उपहार पाकर अपनों के साथ खुशियां मनाई।