ज्योतिशीय महासंयोग के बीच श्रद्धा व उल्लास से मनाया रक्षाबंधन का पर्व
बून्दी। श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला रक्षाबंधन का पर्व सोमवार को श्रद्धा व उल्लास से मनाया गया। इस शुभ दिन पर बहिने अपने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधती है और उनकी दीर्घायु व सफल जीवन की कामना करती है और इस मौके पर भाई अपनी बहन को जिंदगी भर रक्षा करने का वचन देता है। इस वर्ष पूर्णिमा तिथि प्रातः 3.04 बजे से रात 11.55 बजे तक रही। इस दिन भद्रा काल प्रातः 5.53 बजे से दोपहर 1ः32 बजे तक रहा। ज्योतिषाचार्य पण्विनोद गौतम के अनुसार इस दिन सावन का अंतिम सोमवार, पूर्णिमा, सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग के कारण यह पर्व और भी अधिक शुभ और कल्याणकारी रहा। इस बार भी रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहा, लेकिन इस दिन चंद्रमा मकर राशि होने के कारण भद्रा का निवास पृथ्वी लोक पर न होकर पाताल में रहा। हालांकि शास्त्रों के अनुसार, भद्रा की उपस्थिति में राखी बांधना उपयुक्त न मान कर भद्रा समय उपरांत दोपहर 1.32 बजे के बाद शुभ और फलदायी समय में श्रवण की पूजा अर्चन कर बहिनों ने अपने भाईयों की कलाई पर राखीयां बांधी। 
रक्षाबंधन के पावन पर्व पर ब्रह्मकुमारीज़ बहनों ने जिला पदाधिकारियों सहित जिला जैल में कैदियों को रक्षा सूत्र बांधकर स्नेह और आध्यात्मिकता का संदेश दिया। वहीं एक नन्हीं बालिका भी डिवीजा सोलंकी ने भगवान कृष्ण को राखी बांधकर रक्षाबंधन पर्व का पर्व मनाया।
राखी पर बाजारों में बनी रही चहल पहल
रक्षा बंधन पर्व को लेकर दिनभर शहर के प्रमुख बाजारों में चहल पहल बनी रही। शहर के नागर सागर कुण्ड के पास सजे राखियों के बाजार में महिलाएं व युवतियां अपनी पसंदीदा राखियां खरीदने में मशगूल नजर आई। वहीं मिठाईयों व कपड़ों की दुकानों पर भी भीड़ नजर आई। अन्य दिनों की अपेक्षा बाजार में लोगों ने जमकर खरीदारी की। रक्षा बंधन को लेकर शहर के प्रमुख बाजारों में पुलिस द्वारा यातायात की दृष्टि से बेरिकेड्स लगा कर चौपहिया वाहन का प्रवेश रोका गया। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने सादा व वर्दी में जगह जगह जवान तैनात रहे।

मुफ्त यात्रा के तोहफे का महिला यात्रियों ने किया स्वागत
राजस्थान सरकार द्वारा दिए गए राजस्थान रोडवेज परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा के तौहफे का सवागत करते हुए महिलाओं ने जमकर लाभ उठाया ओर मुख्यमंत्री को धन्यवाद भी दिया। महिलाएं रोडवेज बंसो में निशुल्क सफर करते हुए अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने पहुंची। कोई जयपुर से तो कोई झालावाड़ से तो कोई कोटा से बूंदी पहुंच रही है और बूंदी से भी बाहर जा रही है। शहर ही नहीं ग्रामीण इलाकों में भी महिलाएं बस से यात्रा करते हुए निशुल्क यात्रा का लाभ उठाया। वहीं निशुल्क यात्रा को लेकर बस स्टैंड पर भी महिलाओं की बड़ी भीड़ नजर आई हर बस महिलाओं से भरी हुई नजर आई।
मुख्य मुख्य प्रबंधक बूंदी डिपो सुनीता जैन ने बताया कि राज्य सरकार ने रक्षाबंधन के त्यौहार पर लोकल व एक्सप्रेस बसों में महिलाओं को निशुल्क यात्रा का तोहफा दिया था। इस मौके पर त्यौहार के सीजन व यात्री भार को देखते हुए  विपिन रूटों पर अतिरिक्त बसों को लगाया गया, ताकि महिला यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।