प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय के स्थानीय सेवा केंद्र के तत्वाधान में उपकार ग्रह नैनवा के कैदियों को रक्षाबंधन का आध्यात्मिक महत्व बताते हुए रक्षा सूत्र में बांधे गए। 21 कैदियों को राखी बांधी गई तथा मुख मीठा करवाया ब्रह्माकुमारी कौशल्या ने कैदियों से हर नारी की रक्षा करने तथा क्रोध मुक्त बनने की प्रतिज्ञा करवाई। ब्रह्माकुमारी कौशल्या ने बताया की आज मानव का मस्तिष्क मनी और मोबाइल का गुलाम बन चुका है भारत को पुन: विश्व गुरु बनाना है तो तो जीवन में आध्यात्मिकता को अपना कर मन की गुलामी से छूट ना होगा।

इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी आशा,शंभू सिंह सोलंकी ने भी संबोधित किया। रामधन धाकड़, कार्यवाहक जेलर मुकेश कुमार, श्यामलाल, राजेंद्र, सियाराम, ममता तथा चंदा उपस्थिति रहे।