कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर मामले में राजस्थान में अलग-अलग जिलों के रेजिडेंट पिछले 4-5 दिन से हड़ताल पर हैं। शनिवार को सरकारी के साथ प्राइवेट हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने भी कार्य बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। रेजिडेंट डॉक्टर्स की मांग पर प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी ने आज (शनिवार) से ओपीडी, ओटी और जांच की सेवाएं बंद करने की घोषणा की है। इसके चलते जोधपुर में 200 ऑपरेशन नहीं हो सके। अजमेर में मिलिट्री और रेलवे हॉस्पिटल से मदद मांगी गई है।डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राजस्थान में नियुक्त सभी डॉक्टर, मेडिकल ऑफिसर और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की छुटि्टयों को अग्रिम आदेश तक रद्द कर दिया है। साथ ही, सभी को अपने कार्यक्षेत्र पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। जयपुर में रेजिडेंट डॉक्टर ने आज शाम को एसएमएस मेडिकल कॉलेज ग्राउंड से अमर जवान ज्योति तक बड़ा पैदल मार्च निकालने का निर्णय लिया है। जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (जार्ड) के अध्यक्ष डॉ. मनोहर सियोल ने बताया- हमने शुक्रवार देर रात एसीएस शुभ्रा सिंह से मुलाकात की थी। अपनी मांगों को रखा। हमने एसीएस के माध्यम से मुख्यमंत्री और हेल्थ मिनिस्टर से मुलाकात का समय मांगा है। साथ ही उनसे आग्रह किया है कि जो घटना कोलकाता में हुई है। उसे देखते हुए एक ऐसा कानून बने, जिससे पूरे प्रदेश में डॉक्टर सुरक्षित रहें।