ऊर्जा राज्यमंत्री एवं बूंदी जिला प्रभारी मंत्री  हीरालाल नागर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों में अपनी भूमिका निभाकर आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण दे सकेंगे। श्री नागर शुक्रवार को डाबी में आयोजित ‘एक पेड़ मॉं के नाम’ अभियान के तहत आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। 

 राज्यमंत्री ने कहा कि हम सबको यह प्रयास करना चाहिए कि पर्यावरण को नुकसान से बचाने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाएं। पेड़ अच्छी संख्या में होने से बारिश अच्छी होगी, और तापमान भी कम रहेगा। साथ ही पानी की भी कमी नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया ‘एक पेड मॉं के नाम’ अभियान ग्लोबल वार्मिंग के रोकथाम कर पर्यावरण संरक्षण में मददगार साबित होगा। 

 उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार राज्य के विकास में कोई कमी नहीं रखेगी। उन्होंने कहा कि 7896 करोड़ की लागत से नए जीएसस बनाने के साथ ही पुरानी लाईनों का सुदृढ़ीकरण करने के लिए योजना बनाकर क्रियान्विति की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके तहत औद्योगिक और कृषि की अलग अलग लाइन होंगी। इन कार्यों के पूर्ण होने से आने वाले दो साल में बिजली की आंख मिचौली से प्रदेशवासियांे को छुटकारा मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को खेती के लिए दिन में बिजली उपलब्ध करवाने के लिए भी योजना बनाने की तैयारी की जा रही है।  

 उन्होंने कहा कि आमजन को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए राज्य में 225 हजार करोड़ के नए संयंत्र बनेंगे। आने वाले तीन सालों में प्रदेश अन्य राज्यों को बिजली देने में सक्षम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि विद्युत तंत्र में व्यापक सुधार किए जा रहे रहे है, ताकि निर्बाध विद्युत आपूर्ति के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डाबी क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में जीएसएस लगवाकर क्षेत्र की बिजली समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा।