दिल्ली के लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को 5वीं पंक्ति में बिठाने पर कांग्रेस बुरी तरह भड़क गई। कांग्रेस नेताओं ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सिर्फ नेता प्रतिपक्ष के पद का अपमान नहीं था, बल्कि भारत के उन लोगों का अपमान था, जिनकी आवाज संसद में राहुल गांधी उठाते हैं। राहुल गांधी को 5वीं लाइन में बिठाने पर मचे सियासी बवाल के बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने कहा कि दिल्ली के लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में नेता प्रतिपक्ष लोकसभा राहुल गांधी को 5वीं पंक्ति में स्थान दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।नेता प्रतिपक्ष का दर्जा कैबिनेट मंत्री का होता है, लेकिन केंद्र सरकार का इस तरह पक्षपातपूर्ण व्यवहार संकुचित व संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है। मोदी सरकार ने राहुल का नहीं बल्कि जनता की आवाज का अपमान किया है, जिस आवाज को संसद में प्रतिपक्ष के नेता के रूप में वो बुलंदी से उठाते हैं। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक्स पर फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि पीएम मोदी, अब समय आ गया है कि आप 4 जून के बाद नई वास्तविकता को स्वीकार करें। जिस अहंकार के साथ आपने स्वतंत्रता दिवस समारोह में लोकसभा नेता राहुल गांधी को अंतिम पंक्ति में बिठाया, उससे पता चलता है कि आपने सबक नहीं सीखा है। वहीं, गृह मंत्रालय का कहना है कि किसी के साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है। शुरुआती पंक्तियों में इस बार ओलंपिक विजेताओं को बिठाया गया। इस कारण राहुल गांधी को पीछे बिठाया गया।