बूंदी। वल्लभ संप्रदाय की प्रथम पीठ श्री गोपाल लाल मंदिर पर बगीचा नवमी पर भजन कीर्तन कर भगवान को झूले में झुलाया। बगीचा नवमी आयोजन समिति संयोजक सामाजिक कार्यकर्ता पुरुषोत्तम पारीक ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी सावन की नवमी पर श्री गोपाल लाल जी गर्भ ग्रह से बगीचे में आकर श्रद्धालुओं एवं भक्तजनों को दर्शन दिए, सावन की नवमी को बगीचा नवमी के नाम से जाना जाता है। इस अवसर पर पुजारी पंडित मधुसूदन शर्मा ने श्री गोपाल लाल जी को पंचामृत से स्नान करवा कर नए पोशाक धारण करवाई तथा वैदिक मंत्रोचारण के साथ पूजा अर्चना कर पुष्पों से मालाओं से श्रृंगार किया और बगीचे को भी सजाया गया। इस मौके पर देवराज एंड पार्टी द्वारा विभिन्न वाद्य यंत्रों के साथ भजन कीर्तन गाकर श्रद्धालु एवं भक्त जनों को मंत्र मुग्ध किया। महिलाओं ने भाव विभोर होकर नृत्य किया। भजन गाकर जयकारे लगाए, समाजसेवी शुभम गोयल, देवस्थान विभाग मैनेजर राम सिंह सहित भक्त सौरभ लखोटिया, सुशील कासट, भानु शर्मा, देवेंद्र सरोया, सोमेश अग्रवाल छोटे लाल धामोतिया, नितेश सलूजा, सूरज मल शर्मा आदि जनों ने खूब भजन गाकर जयकारे लगाकर भगवान को रिझाया, श्री गोपाल लाल जी की आरती उतार कर फल फूल मेवा मिष्ठान का प्रसाद वितरित किया। इस मौके पर  विदेशी सैलानी भी बगीचा नवमी उत्सव में शामिल हुए तथा उन्होंने उत्सव का जमकर लुफ्त उठाते हुए नृत्य भी किया और कार्यक्रम की फोटोग्राफी भी करते रहेै।