ढाका। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की उनके देश में मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। नए घटनाक्रम में हसीना और उनके मंत्रिमंडल के पूर्व मंत्रियों सहित अन्य लोगों के खिलाफ 2015 में एक वकील के अपहरण और जबरन गायब करने का केस दर्ज किया गया है।

शेख हसीना के खिलाफ बांग्लादेश में यह दूसरा केस दर्ज हुआ है। डेली स्टार न्यूज पेपर की रिपोर्ट के मुताबिक, जबरन गायब किए जाने के मामले के पीड़ित सुप्रीम कोर्ट के वकील सोहेल राणा ने इस मामले में आवेदन दायर किया है। ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट फरजाना शकीला सुमू चौधरी की कोर्ट ने आरोपों को एक केस के रूप में स्वीकार करने का आदेश दिया।

शेख हसीना मंत्रिमंडल के ये हैं मंत्री

इस मामले में शेख हसीना मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान, पूर्व कानून मंत्री अनीसुल हक, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) शाहिदुल हक, रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) की पूर्व महानिदेशक बेनजीर अहमद और आरएबी के 25 अज्ञात लोग शामिल हैं।

किराना दुकानदार की हत्या मामले में केस दर्ज

इससे पहले मंगलवार को पूर्व पीएम शेख हसीना और छह अन्य लोगों के खिलाफ अबू सईद नाम के एक किराना दुकानदार की कथित हत्या के लिए केस दर्ज किया गया था। 19 जुलाई को मोहम्मदपुर में कोटा सुधार आंदोलन के समर्थन में एक जुलूस के दौरान पुलिस गोलीबारी में अबू सईद मारा गया था।

हिंसा में मारे जाने वालों की संख्या 560 पार

बांग्लादेश पिछले महीने से चल रही हिंसक प्रदर्शन के बाद 5 अगस्त को शेख हसीना सरकार गिर गई थी। देशभर में विरोध-प्रदर्शन की वजह से अब तक मरने वालों के संख्या 560 से ज्यादा हो गई है, वहीं सैकड़ों लोग घायल हैं। हसीना विवादास्पद नौकरी कोटा प्रणाली को लेकर अवामी लीग नीत सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध-प्रदर्शन के बाद 5 अगस्त को इस्तीफा देकर भारत भाग आई थीं।