नई दिल्ली। कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध के मामले को लेकर देशभर में आक्रोश है। मंगलवार को डॉक्टरों ने देशव्यापी हड़ताल की। दिल्ली एम्स समेत कई अस्पातालों के ओपीडी में काम बाधित रही। बुधवार को एम्स और FAIMA ने हड़ताल जारी रखने का एलान किया है।
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) सहित अन्य रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के डॉक्टर्स ने कहा कि जब तक चिकित्सा कर्मियों पर हमलों को रोकने के लिए केंद्रीय कानून लागू नहीं हो जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस मामले की सीबाआई जांच शुरू हो चुकी है।
असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसएमसीएच) के अधिकारियों को महिला डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को रात में अकेले घूमने से बचने की सलाह दी। इस आदेश का आलोचना हो रही है।
प्राधिकारियों ने महिला डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को रात में सुनसान, खराब रोशनी वाले और कम आबादी वाले क्षेत्रों में घूमने से बचने का सुझाव दिया।
मुझे सीबीआई जांच पर भरोसा नहीं: सुखेंदु शेखर रॉय
टीएमसी सांसद ने आगे कहा,'चाहे कुछ भी हो, आइए हम सब मिलकर इस घटना का विरोध करेंय़ आरजी कर अस्पताल में बलात्कार और निर्दयतापूर्वक हत्या की गई। वे कौन लोग हैं? अब सीबीआई जांच करेगी. खैर. मुझे सीबीआई पर कोई भरोसा नहीं है। वे मूर्ख हैं। फिर भी सच्चाई सामने आनी ही है। दरिंदों को बचाने की कोशिश क्यों की जा रही है? जो भी इस अपराध के लिए जिम्मेदार है, उसे फांसी पर लटकाया जाना चाहिए तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद ने बड़ा ऐलान किया है।
सीबीआई कर रही जांच
कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद आरजी कर मेडिकल कालेज अस्पताल की डाक्टर से दुष्कर्म और हत्या की जांच सीबीआई को सौंप दी गई। मंगलवार को आदेश जारी होने के कुछ ही देर बाद केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी टाला थाने पहुंचे। संबंधित मामलों की जांच रिपोर्ट, पुलिस से जुटाए गए सीसीटीवी फुटेज को सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया गया है।