बूंदी। द नाहर संस्था बून्दी द्वारा सोमवार को विज्ञान के जनक मार्कण्डेय ऋषि की तपोस्थली देवझर महादेव प्रांगण में पंचवटी वृक्ष का पौधारोपण किया। यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण एवं वन क्षेत्र को बढ़ावा देने व पर्यावरण के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से आयोजित किया गया। द नाहर संस्था सचिव संजय खान ने बताया कि संस्था द्वारा पिछले डेढ़ माह से पौधे लगाओ-बून्दी सजाओ अभियान को आगे बढ़ाकर निरन्तर पौधारोपण किया जा रहा हैं। इसी क्रम में श्रावण माह के चौथे सोमवार पर पंचवटी जिसमें वट वृक्ष, पीपल, आंवला, बिलपत्र, अशोक के पौधे लगाए गए जो पर्यावरण को शुद्ध करने और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक सादे समारोह में पूर्व राज परिवार सदस्य महाराव राजा वंशवर्धन सिंह ने कहा कि पंचवटी वृक्ष न केवल पर्यावरण की विविधता को दर्शाते हैं, बल्कि जैव विविधता को भी संरक्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा पौधे लगाओ-बून्दी सजाओ अभियान के साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के एक पेड़ मां के नाम में भी पूरा सहयोग दिया जा रहा हैं। पूर्व सरपंच समाजसेवी मनमोहन धाबाई ने कहा कि ऐसे प्राकृतिक व आध्यात्मिक तपोस्थलियों को संरक्षित करने में हम सब को आगे बढ़चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। इस मौके पर पौधे लगाओ-बून्दी सजाओ अभियान के संयोजक पुरषोत्तम पारीक ने कहा कि विज्ञान के जनक की तपोस्थली पर राष्ट्रपति मिसाइलमैन अब्दुल कलाम की भी इस स्थान पर आने की प्रबल इच्छा थीं। कलाम साहब मार्कण्डेय ऋषि को अपना मानस गुरु एवं आदर्श मानते थे। इस अवसर पर संस्था के सदस्य जयसिंह सोलंकी, पूरणमल लालावत, सागर जैन, आदि उपस्थित रहे।