कोटा में बिजली कम्पनी केईडीएल लोगों की जान लगातार जोखिम में डाल रही है, केईडीएल की लापरवाही से लोगों की जान को खतरा बना हुआ है। बरसात के मौसम में बिजली कम्पनी की लापरवाही शनिवार को एक बालक पर भारी पड़ी। कोटा उत्तर निगम उप महापौर सोनू कुरैशी ने बताया कि केईडीएल की घोर लापरवाही से वार्ड 53 कोटा उत्तर नगर निगम में एक बच्चा दोपहर करीब 1.45 बजे नवाज पढने जा रहा था, तभी घर के बाहर लगे खम्भे में करंट आ रहा था जिसकी चपेट में बच्चा आ गया और चिपक गया, स्थानीय लोगों ने जैसे तैसे जान जोखिम में डालकर बच्चें को खम्भे से छुडाया और बच्चें को अस्पताल पहुंचाया जहां उसका उपचार किया जा रहा है। सोनू कुरैशी ने बताया कि उर्जा मंत्री केवल विद्युत विभाग के मामले में खानापूर्ति कर रहे हैं और लगातार लोगों अपनी जान जोखिम में डालनी पड रही है, सीधे तोर पर खम्भे में करंट आना विद्युत कम्पनी की लापरवाही है, ऐसे में ना तो अधिकारियों पर कार्रवाई होती है और ना ही जिम्मेदार इस लचर व्यवस्था को ठीक करते हैं। यदि ऐसा ही चलता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब जनता केईडीएल के दफ्तर में तीखा विरोध करेगी। घंटाघर निवासी जाबिर हुसैन ने बताया कि उसका बेटा 17 वर्षीय अकमल हुसैन दोपहर में नमाज के लिए घर से निकला ही था कि घर के बाहर लगे विद्युत पोल की चपेट में आ गया। विद्युत पोल में करंट आ रहा था, बच्चा चिपका रहा तभी स्थानीय लोगों ने उसे खम्भे से हटाया। उसके बाद लोगों ने कई जगह फोन किए लेकिन प्रोपर व्यवस्थाएं नहीं होने से खम्भे में करंट आता रहा और काफी देर बाद जाकर केईडीएल के अधिकारियों ने लाइटों को बंद किया जो घोर लापरवाही है।