अभेड़ा बायलोजिकल पार्क में नर बाघ नाहर की मौत हो गई। बाघ 17 साल 10 महीने 19 दिन का था। उसे 17 महीने पहले ही बाघिन महक के साथ जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से कोटा शिफ्ट किया गया था।डीसीएफ वाइल्ड लाइफ अनुराग भटनागर ने बताया- गुरुवार शाम से बाघ को डिसप्ले एरिया से नाइट शेल्टर में लेने की कोशिश की तो बाघ का पिछला हिस्सा मूवमेंट नहीं हो पा रहा था। बाघ थोड़ा गोल-गोल घूमकर गिर गया था। इसके बाद वरिष्ठ पशु चिकित्सक व उच्च अधिकारी को सूचना दी।

बाघ का भोपाल में हुआ था जन्म

डॉक्टर्स की टीम ने मौके पर पहुंचकर गन की सहायता से दवाइयां दी। रात के समय बाघिन महक को बाघ नाहर के पास छोड़ा ताकि बाघ का मूवमेंट हो सकें। बाघ ने सिर्फ पूंछ हिलाई। विभाग की टीम ने रात भर बाघ पर नजर रखी। सुबह साढ़े 6 बजे बाघ की सांस थम गई। डॉ.गुल्हाने को बुलाकर चैक करवाया गया। डॉक्टर ने चैक कर बाघ को मृत घोषित किया। बाघ नाहर का जन्म 20 अक्टूबर 2006 को भोपाल में हुआ था। 23 मार्च 2013 को इसे जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट किया गया था। करीब 10 साल से बाघ नाहर जयपुर पार्क में था। जिसे मार्च 2023 में बाघिन महक के साथ कोटा शिफ्ट किया गया था।