रावतभाटा तहसील के भेसरोडगढ़ पंचायत समिति में गत दिनों हुई तालाबंदी के प्रकरण में 5 महिलाओं समेत 8 लोगो पर राजकार्य बाधा सहित 2 अन्य धाराओं 342,143 में दर्ज मुकदमे को निरस्त करने को लेकर आज महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। सभी ग्रामीण और मजदूर तिरंगे झंडे के साथ नारेबाज़ी करते हुए उपखंड कार्यालय पहुंचे। महिला मजदूरों ने में गरीब हु अपराधी नही लिखी हुई तथियो के साथ प्रदर्शन किया। युवा कांग्रेस विधानसभा प्रतिनिधि रविशंकर वैष्णव ने बताया की मई माह में पंचायत समिति की पंचायत खातीखेडा के मन्याखेड़ी और श्योगड और एकलिंगपुरा पंचायत के मोहना गांव में मनरेगा का काम बजट खत्म होने की बात कह कर बंद कर दिया था । इस पर सभी मजदूर संबंधित पंचायत मुख्यालय पहुंचे और मनरेगा कार्य में मजदूरी प्रारंभ करने की मांग की जहां पर संतोषप्रद जवाब नही मिलने के कारण दोनो पंचायतों के 3 गांव के मजदूर अपनी मांग को लेकर कांग्रेस से जुड़े युवानेता संदीप सिंह मन्याखेड़ी के नेतृत्व में पंचायत समिति कार्यालय पहुंचे जहा पर ब्लॉक विकास अधिकारी के नही होने और मजदूरों की मांग को नही सुनने से आक्रोशित महिला मजदूरों ने पंचायत समिति कार्यालय का गेट बंद कर प्रदर्शन किया। तथा कुछ समय बाद रावतभाटा तहसीलदार जी के पहुंचने और मनारेग में कार्य प्रारंभ करने के आश्वासन पर सभी मजदूर अपने घर लोट गए । परंतु पंचायत समिति प्रशासन ने राजनीतिक दबाव में आकर तानाशाही रवैए से भेसरोडगढ़ थाने में पांच महिलाओं समेत कुल आठ जनों पर नामजद मुकदमां दर्ज करवा दिया। जहा से पांच महिलाओं समेत आठ आरोपियों को जेल भेज दिया गया। इसके 24 घंटे बाद न्यायालय से जमानत पर रिहा हुए। इन मुकदमों से गरीब महिला मजदूरों को परेशान किया जा रहा है। जिसके विरोध में सभी ग्रामीण कार्यकर्ताओ ने आज राज्यपाल के नाम रावतभाटा उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। और मांग की गई की गरीब महिला मजदूरों पर दर्ज मुकदमों को निरस्त किया जाय। कुंडाल मंडल प्रतिनिधि अनवर खान ने बताया की गरीब महिला मजदूरों पर मुकदमों से क्षेत्र के लोगो में प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त हुआ है। इसलिए शीघ्र ये मुकदमे निरस्त किए जाए। रोजगार मांगना अपराध नही है। इंटक उपाध्यक्ष सलीम शेख ने इस कार्यवाही को राजनीति से प्रेरित बताया। इस मौके पर नानूराम रैगर मांगीलाल गुर्जर लीलाधर नागर लालचंद अहीर दौलतराम अहीर किसना भील सोनू मेघवाल मनोज अजमेरा भरत मेघवाल सुमित्रा माली नर्मदा बाई भील देवकरण अहीर भीमराव असलम सहित अनेक महिला पुरुष मजदूर उपस्थित रहे।