विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को 6 महीने के लिए निलंबित कर दिया. सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दिया. कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को निलंबित किए जाने के विरोध में कांग्रेस विधायक पूरी रात सदन में धरने पर बैठे रहे. इनके साथ 7 महिला विधायक भी रातभर धरने पर डटी रहीं. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली विशेष स्थगन प्रस्ताव लाए. टीकाराम जूली ने कहा कि 1 जुलाई से भारतीय न्याय संहिता लागू हो गई है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 12 जिलों में राजकीय अधिवक्ता नियुक्त किए गए हैं. वो सीआरपीसी के तहत नियुक्त किए हैं, जबकि उनकी नियुक्ति बीएनएस के तहत होनी थी. उन्होंने कहा कि संसदीय मंत्री के बेटे को सरकारी वकील के तौर पर नियुक्ति दी गई है. इस पर चर्चा कराने की मांग की. जब स्पीकर वासुदेव देवनानी ने चर्चा कराने से मना कर दिया तो हंगामा शुरू हो गया