भाजपा सरकार के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने आज प्रेसवार्ता कर राज्य सरकार की ओर से ऊर्जा के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचार को बताया तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर कुप्रबंधन के साथ ऊर्जा सेक्टर की उपेक्षा का आरोप लगाया। इतना ही नहीं, ऊर्जा मंत्री नागर ने पूर्व सीएम गहलोत पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता से जुडे़ विकास कार्यों में भी तीन बार के मुख्यमंत्री गहलोत झूठ बोल रहे है। जबकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने छत्तीसगढ़ के सीएम का पूर्व में आवंटित कोल ब्लॉक के लिए धन्यवाद दिया और लंबित 2 कोल ब्लॉक के और स्थानांतरण के लिए आग्रह किया तो गहलोत ने इस पर राजनीति शुरू कर दी।
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने बताया कि 2013 से 18 तक भाजपा सरकार ने बिजली कंपनियों के 62 हजार 400 करोड़ रूपए का ऋणभार उदय योजना के तहत चुकाया और 5 साल में इन कंपनियों को ऋण मुक्त कर 2607 करोड़ का वित्तीय लाभ की स्थिति में पहुंचा दिया था। जबकि 2019-23 तक फिर से कांग्रेस सरकार के कुप्रबंधन के चलते बिजली कंपनियों का घाटा 1 लाख 39 हजार करोड़ तक पहुंचा दिया गया। गहलोत सरकार ने डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को भी 88 हजार 700 करोड़ का कर्ज में डूबोया और समय पर कर्ज नहीं चुका पाने के चलते 300 करोड़ रूपए तो केवल पेनल्टी के तौर पर चुकाए है। ऐसे में कांग्रेस सरकार के कुप्रबंधन का खामियाजा प्रदेश की जनता को फ्यूल सरचार्ज के तौर पर चुकाना पड़ रहा है। कांग्रेस सरकार ने अन्य राज्यों से बैंकिंग के माध्यम से बिजली उधार ली, जो भाजपा सरकार को गर्मी के सीजन में लौटानी पड़ी। इससे प्रदेश में बिजली व्यवस्था कुछ समय के लिए चरमरा गई।