बूंदी। राजस्थान में हाड़ोती के बेटे बूंदी जिले के छोटे से गांव मराडी के रहने वाले बुद्धराज सिंह सोलंकी के सुपुत्र देशराज सिंह सोलंकी सन 2019 से AIIMS ऋषिकेश में ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर के पद पर देश को अपनी सेवाएं दे रहे है। 

COVID-19 महामारी के दौरान भी इन्होने देश सेवा के लिए AIIMS ऋषिकेश को निरन्तर अपनी सेवाएं दी थी। AIIMS ऋषिकेश में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए इन्होने न केवल अपने गॉव, अपने क्षेत्र अपितु AIIMS ऋषिकेश को भी विश्व पटल एक नई पहचान दिलाई। 

हाल ही में 22 जुलाई 2024 को सचिन पुत्र सतीश कुमार उम्र-25 वर्ष, महेंद्रगढ़ हरियाणा के रहने वाले कावड़ यात्रा के दौरान कावड़ लेकर भगवान शिव को जल चढाने के लिए हरिद्वार आ रहे थे यात्रा के दौरान रूड़की के पास एक सड़क हादसे में दुर्घटना ग्रस्त होने पर 23 जुलाई 2024 को AIIMS ऋषिकेश में भर्ती हुए जहाँ चिकित्स्कों की टीम ने उन्हें 30 जुलाई 2024 को Brain death  घोषित कर दिया, सचिन के परिवार के लिए यह एक बहुत ही दुःखद समय था। अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए देशराज सिंह सोलंकी उस परिवार से मिले और ऐसे दुःखद समय में उनकी हर संभव मदद की तथा उनको “अंगदान - महादान” जैसे महान कार्य के बारे में बताया।

हाड़ौती के लाल के इस सेवा भाव से प्रेरित होकर सचिन का परिवार सचिन के सभी अंग दान करने को तैयार हो गया। सचिन का एक गुर्दा और पैंक्रियाज PGI चंडीगढ़ अस्पताल के एक ही मरीज को सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया गया एवं दूसरा गुर्दा और लिवर ILBS अस्पताल दिल्ली में दो अलग-अलग मरीजों को सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किये गए एवं दोनों कॉर्निया AIIMS ऋषिकेश में दो अलग अलग मरीजों को प्रत्यारोपित किये गए। इस तरह सचिन मृत्यु के बाद भी 3 लोगो को नया जीवन और 2 लोगो को रौशनी देकर हमेशा के लिए अमर हो गए। AIIMS  ऋषिकेश में ऐसा पहली बार हुआ है।

हाड़ोती के लाल का पूरा परिवार ही देश सेवा को सम्पर्पित रहा है इनके पिताजी पुलिस से सेवानिवृत है और अपने सेवाकाल के दौरान अपनी सेवाए पूर्ण ईमानदारी के साथ देश को दी। बड़े भाई डिग्गीराज सिंह सोलंकी शिक्षक है, छोटे भाई गोविंदराज सिंह सोलंकी BSF में सब इंस्पेक्टर के पद पर अपनी सेवाएं देश को दे रहे है।