राजस्थान में महिलाओं को 3rd ग्रेड शिक्षक भर्ती में 50 फीसदी आरक्षण देने का फैसला भजनलाल सरकार के लिए बड़ी मुसीबत बनता जा रहा है. सरकार के इस फैसले के विरोध में युवा सड़कों पर उतर गए हैं. बुधवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट के आगे बेरोजगार युवाओं ने जमकर प्रदर्शन कर भजनलाल सरकार को नसीहत दे डाली. बेरोजगार युवा संघ के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे लक्ष्मण गोदारा नाम के युवक ने कहा, "अगर सीएम भजनलाल को महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देना है तो इसकी शुरुआत वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री बनाकर करें. उसके बाद लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण सुनिश्चित करें. वरना, हम केवल रीट में 50 फीसदी आरक्षण नहीं होने देंगे. प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम जिला कलक्टर निशांत जैन को ज्ञापन सौंपा. युवाओं ने कहा कि महिलाओं को सरकारी नौकरी में 50 प्रतिशत आरक्षण देना युवाओं के लिए कुठाराघात है. उनका कहना है कि अगर सरकार महिला सशक्तिकरण ही करना चाहती है तो इसकी शुरुआत पहले राजनीतिक क्षेत्र से करें. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी महिलाओं की 50 फीसदी हिस्सेदारी तय करें. सरकार अपनी कैबिनेट और मंत्रिमंडल में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देने के साथ प्रशासनिक सेवाओं में भी 50 फीसदी आरक्षण दें. युवाओं का कहना है कि उन्होंने अगली भर्तियों के लिए कड़ी मेहनत की है. यदि सरकार इस तरह से महिलाओं को 50% आरक्षण देती है तो युवाओं में बेरोजगारी बढ़ती जायेगी. उनकी मांग है कि जल्द से जल्द भजनलाल सरकार महिलाओं को आरक्षण देने के फैसले को वापस लें. अन्यथा युवाओं को मजबूरन जयपुर में बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदार प्रदेश सरकार होगी."