केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास (LJP-R) ने सुप्रीम कोर्ट के SC-ST Reservation में सब कैटगरी और क्रीमी लेयर बनाने के फैसले पर पुनर्विचार की मांग की है। पार्टी ने बयान जारी कर कहा, “SC-ST श्रेणियों को सब-कैटेगरी में रिजर्वेशन वाले मामले में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) पक्षधर नहीं है। पार्टी के संस्थापक पद्म भूषण श्रद्धेय रामविलास पासवान जी भी इस बात की मांग करते आएं की जब तक समाज में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के खिलाफ छुआछूत जैसी प्रथा है तब तक SC-ST श्रेणियों को सब-कैटेगरी में आरक्षण और कृमिलेयर जैसे प्रावधान न हो। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) सर्वोच्च न्यायालय से आग्रह करती है की फैसले का पुर्नविचार किया जाए ताकि SC-ST समाज में भेदभाव न उत्पन्न हो और समाज को कमजोर न किया जा सके।सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक ऐतिहासिक फैसले में कहा कि अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) वर्गों के भीतर उपश्रेणियां बनाई जा सकती हैं, जिससे आरक्षण के अंतर्गत विशिष्ट जातियों को अलग से आरक्षण दिया जा सकता है। इसके साथ ही, शीर्ष अदालत ने अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की तर्ज पर एससी और एसटी वर्गों में भी क्रीमी लेयर को आरक्षण से बाहर रखने का फैसला सुनाया। यानी एससी और एसटी वर्ग के आर्थिक रूप से समृद्ध लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों को निर्देश दिया है कि वे एससी-एसटी वर्ग में क्रीमी लेयर की पहचान करने के संबंध में नीति बनाएं।