जिला कलक्टर अक्षय गोदारा ने शुक्रवार को ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की विभिन्न योजनाओं, व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं में पात्र लोगों को अधिकाधिक लाभान्वित करने की कार्य प्रगति तथा स्वच्छ भारत मिशन अन्तर्गत करवाए जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। 

 बैठक में जिला कलक्टर ने जिला परिषद के माध्यम से संचालित व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि इसके लिए अतिरिक्त कार्मिक लगाए जावे और प्रस्ताव प्राप्त होने पर तत्काल उनकी स्वीकृतियां जारी हो, इसकी सुनिश्चितता की जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं में लिए गए प्रस्ताव किसी भी स्तर पर पेंडिंग नहीं रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि संबंधित विकास अधिकारी उनके क्षेत्र के संबंधित ग्राम विकास अधिकारियों से समन्वयक स्थापित कर अधिक से अधिक इन योजनाओं मंे लाभान्वित करने के लिए आवेदन करवाएं। 

 उन्होंने निर्देश दिए कि व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं में प्रगति लाई जाए, इसमें किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि लक्ष्य निर्धारित कर कार्य किया जावे और इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जावे। तालेडा और केशवरायपाटन में एमपी और एमएलए कोष से स्वीकृत कार्यों को शीघ्र शुरू करवाए जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि तालेडा में संचालित कार्यों का निरीक्षण भी करवया जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान के तहत विभिन्न विभागों को आवंटित वृक्षारोपण के लक्ष्य शीघ्र प्राप्त किए जाए। नर्सरियों से पौधांे का उठाव समय पर किया जावे और निरंतर पौधारोपण हो।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी दुर्गाशंकर मीणा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्धारित लक्ष्य 1.75 लाख में से 95 हजार 680 जिला परिषद द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पौधारोपण किया गया है। 

 उन्होंने निर्देश दिए कि कैटल शेड, मेडबंदी और लैंड लेवलिंग के प्रस्ताव बनाकर भिजवाए जाए। उन्होंने बताया कि कैटल शेड लगाने के इच्छुक अनुसूचित जाति व जनजाति के व्यक्ति स्वयं जमीन का खातेदार होने की स्थिति में पटवारी की रिपोर्ट की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी का यह प्रयास हो कि हर गांव में अधिकाधिक संख्या में कैटल शेड बनवाए जाएं। साथ ही कैटल शेड के लिए निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए विशेष प्रयास किए जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण विकास की सभी योजनाओं में अधिकारी टीम भावना से कार्य करते हुए राज्य स्तरीय रैकिंग में सुधार लाना सुनिश्चित करें। 

 उन्होंने निर्देश दिए कि जिले की जिन पंचायत के गांवों में शमशान नहीं है, उनके लिए भूमि आवंटन के प्रस्ताव बनाकर भिजवाए। उन्होंने निर्देश दिए कि गांवों के मुक्तिधाम में टीन शेड, चबूतरे, पानी तथा आवाजाही का रास्ता सही हो, इसका विशेष ध्यान रखा जावे। इसमें आवश्यकतानुसार कार्य करवाए जाएं। साथ ही शमशान विकास कार्यों के तहत इन स्थानों पर पौधारोपण भी करवाया जावे। 

 जिला कलक्टर ने महात्मा गांधी नरेगा योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि ग्रामीणों को अधिकाधिक रोजगार मुहैया करवाया जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि रोणिजा में मनरेगा कार्य के लिए संबंधित रेंजर से संपर्क कर इसके तुरंत शुरू करवाया जाए। उन्होंने केशवरायपाटन विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि पीएम आवास के अधूरे निर्माण कार्य को प्रगति लाकर पूर्ण करवाया जाए। 

 उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के कार्यो की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि आरआरसी के लिए भूमि आवंटन के प्रस्ताव संबंधित विकास अधिकारी उपखण्ड अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर भिजवाए। उन्होंने निर्देश दिए कि आंगनबाडी, चिकित्सा संस्थान, पुलिस थाना, विद्यालय तथा राजकीय कार्यालय शौचालय निर्माण से शेष नहीं रहे। इसके लिए वांछित प्रस्ताव बनाकर शीघ्र भिजवाए जाएं, ताकि निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित हो सके। इस कार्य को आगामी दो सप्ताह में पूरा कर लिया जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि डाबी में श्रीगोपाल गौशाला में गौवर्धन बायोगैस प्लांट के कार्य को गति प्रदान की जावे।

 बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति से अवगत करवाया।