मरणोपरांत किसी के काम आ सके नश्वर शरीर

बूंदी। शहर के मधुवन कॉलोनी निवासी राजकीय शिक्षिका श्रीमती सावित्री सोमानी ने शहर में शाइन इंडिया फाउंडेशन के द्वारा चल रहे सेवा कार्य नेत्रदान, अंगदान व देहदान से प्रेरित होकर गुरुवार को अपने 58 वें जन्मदिन पर अपना देहदान का संकल्प पत्र भरकर संस्था के ज्योति मित्र संजय लाठी को सौंपा। ईश्वर और धर्म कर्म में आस्था रखने वाली सावित्री सोमानी प्रारम्भ से ही श्रीमद्भागवत गीता की नियमित पाठी हैं। वे गीता के सभी सिद्धांतों और उसके बताये हुये सदमार्ग पर चलने का प्रयास करती हैं। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं एक शिक्षिका हूँ, इसलिए शिक्षा के ज्ञान से अच्छे से परिचित हूँ, उन्होंने इच्छा जाहिर करी कि मृत्यु के बाद भी आने वाले चिकित्सक मेरे मृत शरीर पर अध्ययन कर कुशल-चिकित्सक बन सकें, इसलिए ज्योति मित्र संजय लाठी की उत्कृष्ट सोच व मार्मिक विचारों से प्रेरणा लेकर मैंने अपना देहदान का संकल्प पत्र भरा। श्रीमती सावित्री सोमानी वर्तमान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, हिंडोली में वरिष्ठ शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं। सावित्री के देहदान संकल्प करने में उनके पति राम प्रसाद सोमानी (सेवानिवृत्त प्राचार्य) एवं पुत्र हिमांशु और अंकुश सोमानी ने अपनी सहमति प्रदान की है। ज्योति मित्र संजय लाठी ने संस्था की ओर से सावित्री को देहदान संकल्प करने के उपरांत प्रशस्ति पत्र भेंट किया।