राजस्थान के पांच विधायक लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं. इसीलिए इन सीटो पर अब उपचुनाव कराया जाएगा, जिसके जरिए जनता अपने क्षेत्र के लिए नए विधायक का चयन करेगी. यह उपचुनाव इस साल के आखिरी महीने में हो सकते हैं, लेकिन इन्हें लेकर अभी से प्रदेश की सियासत गरमाने लगी है. फिर चाहे बात बीजेपी की हो, या कांग्रेस की, या फिर बीएपी की, सभी पार्टियों के नेता एक दूसरे पर आरोप लगाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को राजकुमार रोत ने एक ट्वीट किया है, जिससे प्रदेश में सियासी सरगर्मियां बढ़ना तय माना जा रहा है. बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के स्टार नेता को रिकॉर्ड वोटों से हराकर संसद तक पहुंचे राजकुमार रोत ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा, 'चौरासी विधानसभा उपचुनाव. बीजेपी के आउट ऑफ सिलेबस. राजस्थान में 5 उप चुनाव वाली विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री ने चुनाव जीतने के उद्देश्य से कई घोषणा की, लेकिन एक मात्र चौरासी विधानसभा का नाम नहीं लिया. अब चौरासी में बीजेपी के पदाधिकारी किस मुंह से प्रचार करेंगे. भजनलाल ने तो पहले ही हार मान ली है चौरासी में.' आपको बता दें कि जिन पांच विधानसभा सीटो पर उपचुनाव होने हैं, उनमें नागौर की खींवसर, दौसा, झुंझुनूं, चौरासी, देवली और उनियारा सीट शामिल है. सीएम भजनलाल शर्मा ने 29 जुलाई को विनियोग और वित्त विधेयक पर अपना जवाब पेश करते हुए 10 अहम घोषणाएं की हैं. इनमें सभी राशन कार्ड धारकों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर देना, 1000 इलेक्ट्रिक बस खरीदना, चतुर्थ श्रेणी भर्ती के नियमों में बदलाव करना, जिला स्तर पर नगरीय आयुक्त और म्युनिसिपल आयुक्त की नियुक्ती करना, बीकानेर और भरतपुर यूआईटी को प्राधिकरण का दर्जा देना, 1000 करोड़ रुपये से सड़कों का निर्माण करना, 10 हजार की आबादी वाले गांव में अटल प्रगति पथ सीमेंट सड़कों का निर्माण करना, CET पात्रता परीक्षा में सामान्य वर्ग के लिए 40% और ST, SC 35% करना, पेयजल सुविधा हेतु 540 करोड़ से विभिन्न कार्य कराना व श्रीगंगानगर और कोटा में कैंसर के मरीजों के लिए अत्याधुनिक मशीन उपलब्ध कराना शामिल है.