बूंदी। द नाहर संस्था व रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के संयुक्त तत्वावधान में टाइगर दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम उपवन संरक्षक रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व संजीव शर्मा, संस्था संरक्षक महाराव राजा वंशवर्धन सिंह, बून्दी के मुख्य आतिथ्य में रिजर्व के महत्वपूर्ण स्थल, सूरज छतरी, पर छतरी के इतिहास बोर्ड का अनावरण किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बाघों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना, क्षेत्र के समृद्ध इतिहास को संरक्षित करना और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित करना था। उद्देश्य पूर्ति की दिशा में कदम बढ़ाते हुए द नाहर संस्था सदस्यों व वनकर्मियों ने सूरज छतरी परिसर व तारागढ़ फोर्ट के रास्ते में पौधरोपण किया, जिसकी सार सम्भाल की जिम्मेदारी रेंजर हेमेंद्र राजावत ने ली। 
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व कार्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता संस्था संरक्षक महाराव राजा वंशवर्धन सिंह ने की। मुख्य वक्ता उपवन संरक्षक संजीव शर्मा ने अपने उद्धबोधन में कहा कि सूरज छतरी, जो अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, पर इतिहास बोर्ड का अनावरण कर, द नाहर संस्था ने इस स्थल की महत्ता को और भी बढ़ाया हैं। उन्होंने वर्तमान में आरवीटीआर में बाघों के आवास, उनकी संख्या, और संरक्षण के प्रयासों की स्थिति पर विस्तृत जानकारी दी। द नाहर संस्था के संरक्षक महाराव राजा वंशवर्धन सिंह न कहा, “रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व न केवल बाघों के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक धरोहर को भी सहेजने का केंद्र है। सूरज छतरी पर इतिहास बोर्ड का अनावरण इसी दिशा में एक कदम हैं, जिससे पर्यटक और स्थानीय लोग इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व को समझ सके। सहायक उपवन संरक्षक हरिसिंह हाड़ा, बायोलॉजिस्ट उर्वशी शर्मा, रेंजर हेमेंद्र सिंह राजावत, संस्था अध्यक्ष वन्य जीव प्रेमी विट्ठल सनाढ्य, संस्था वरिष्ठ सदस्य वन्यजीव प्रतिपालक पृथ्वी सिंह राजावत, संस्था सचिव संजय खान, सहायक वन रक्षक बुद्धराज सिंह हाड़ा ने भी बाघों की स्थिति, उनके संरक्षण की चुनौतियों और समाधानों पर अपने विचार साझा किए।  कार्यक्रम में उपस्थित समस्त सदस्यों ने रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण के महत्व के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और इस महत्वपूर्ण कार्य मे सहयोग देने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन द नाहर संस्था सचिव संजय खान ने किया।