मां वाउचर योजना के सफल संचालन के लिए जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कार्यशाला का सोमवार को आयोजन किया गया। जिसमें योजना के संचालन प्रक्रिया को विस्तृत रूप से समझाया गया। कार्यशाला में जिला स्तर से सीएमएचओ डॉ. ओ पी सामर, आरसीएचओ डॉ. सतीश सक्सेना , डीएनओ देवेंद्र सिँह , डीपीएम राहुल माथुर , डीपीसी पीसीपीएनडीटी जगदीश प्रसाद गुर्जर, वाशिद हुसैन सहित सोनोग्राफी सेंटर के संचालक व बीपीएम शामिल हुए।
सीएमएचओ डॉ. सामर ने बताया कि राजस्थान बजट घोषणा के अनुसार मां वाउचर योजना की जल्द शुरुआत होगी, जिसमें गर्भवती महिला की दूसरी या तीसरी तिमाही में गर्भकाल के दौरान सोनोग्राफी निःशुल्क कराई जाएगी। इसमें जिले के सभी निजी सोनोग्राफी सेंटरों को जोड़ा जाएगा, ताकि गर्भवती महिलाओं को उन्हीं के एरिया में सोनोग्राफी की सुविधा मिल सके। उन्होंने बताया कि विभागीय सॉफ्टवेयर पीसीटीएस, पीसीपीएनडीटी इंपैक्ट और ओजस को इंटीग्रेटेड कर ऑनलाइन प्रणाली विकसित की गई है। पीसीटीएस पर पंजीकृत गर्भवती महिलाओं एलएमपी तारीख के अनुसार दूसरी या तीसरी तिमाही में प्रधानमंत्री मातृत्व अभियान दिवस पर आवश्यक जांच के साथ-साथ सोनोग्राफी जांच करवाने के लिए क्यूआर कोड युक्त कूपन उनके रजिस्ट्रर्ड मोबाइल नंबर पर जारी किया जाएगा। इस कूपन के माध्यम से गर्भवती महिला विभाग से अधिकृत किसी भी निजी सोनोग्राफी केंद्र पर अपनी सोनोग्राफी जांच निःशुल्क करवा सकेगी। इसके अलावा पूर्व की भांति सरकारी सोनोग्राफी सेंटर पर निशुल्क सोनोग्राफी जारी रहेगी। जिला कलक्टर ने बून्दी जिले के सभी रजिस्टर्ड निजी सोनोग्राफी केन्द्र के संचालकों को मां वाउचर योजना से जुडने के लिए प्रेरित किया