सांगोद, कोटा। क्षेत्र में बीते तीन दिनों से हो रही बारिश ने खेतों में फसलों में जमकर कहर बरपाया है। खेतों में दूर-दूर तक पानी का समंदर नजर आ रहा है। खेतों से पानी का निकास नहीं होने से किसानों की अच्छी उपज की उम्मीद के साथ लहलहा रही फसलें बरबाद हो रही है। खासकर कनवास क्षेत्र के कुराड़ गांव से बालूहेड़ा तक सड़क किनारे खेतों में हजारों बीघा की फसलें बरसाती पानी से जलमग्न है। दूर दूर तक खेत नजर नहीं आ रहे। जहां तक नजरे जाती है वहां सिर्फ पानी नजर आ रहा है। पानी निकासी नहीं होने से किसानों को फसलों के खराब होने का डर सताने लगा है। किसानों की माने तो बारिश के बाद कनवास क्षेत्र के पठारी व चरागाह हिस्सों का सारा पानी बहकर बालूहेड़ा व देवलीमांजी के पास निकल रहे पोकलिया खाळ से देवलीमांजी नदी में आकर मिल जाता है। लेकिन बीते कई सालों से पानी निकासी के प्राकृतिक मार्ग बंद होने व सड़कों की उंचाई ज्यादा होने से बारिश के बाद सारा अथाह पानी सड़क किनारे खेतों में भर जाता है।