राजस्थान में भजनलाल शर्मा की सरकार से इस्तीफा देने वाले मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने पेपर लीक मामले में कांग्रेस के नेताओं पर मिलीभगत के आरोप लगाए हैं. उनके आरोपों पर कांग्रेस ने जवाब देते हुए कहा है कि किरोड़ी लाल मीणा को आरोप लगाने की जगह कार्रवाई करवानी चाहिए क्योंकि राजस्थान में उन्हीं की पार्टी की सरकार है. कांग्रेस के विधायक रफीक खान ने गुरुवार (25 जुलाई) को मीणा के आरोपों का जवाब दिया और साथ ही दावा किया कि कांग्रेस की पिछली सरकार ने वर्तमान बीजेपी सरकार से बहुत ज्यादा काम किए थे.किरोड़ी लाल मीणा ने बुधवार (24 जुलाई) को पेपर लीक मामले पर बड़ा दावा करते हुए कहा था कि इस मामले में पिछली सरकार के बड़े नेता लिप्त थे. मीणा ने एसओजी के दफ्तर जाकर कहा कि उन्होंने पेपर लीक के मामले में बड़े सबूत सौंपे हैं और वो 'ऐसे सबूत हैं जिससे बड़े मगरमच्छ पकड़े जाएंगे'. मीणा ने दफ्तर से बाहर आकर पत्रकारों से कहा,"अगर सही तरीके से जांच हुई तो पिछली सरकार में कद्दावर रहे आधा दर्जन से अधिक नेता पकड़े जाएंगे." हालांकि उन्होंने नेताओं के नाम नहीं बताए मगर ऐसा संकेत दिया कि इनमें वर्तमान विधायक हो सकते हैं. उन्होंने कहा ,"चलते सदन से कोई भाग जाए,यह ठीक नहीं होगा." किरोड़ी लाल मीणा के कांग्रेस नेताओं पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए आदर्श नगर, जयपुर से विधायक रफीक खान ने कहा कि अगर मीणा को लगता है कि यह आरोप सही हैं तो उन्हें जांच करवानी चाहिए. रफीक खान ने कहा,"जांच कराओ ना, 8 महीने हो गए सरकार बने मगर सरकार जांच क्यों नहीं करवा रही है? हम तो उल्टा सरकार से ही यह सवाल कर रहे हैं." रफीक खान ने बीजेपी सरकार को चुनौती दी कि वह पेपर लीक मामले में कांग्रेस के किसी नेता को गिरफ्तार करके दिखाए. उन्होंने कहा कि मीणा ने एसओजी को जो भी सबूत दिए हैं, उनका ब्यौरा आने के बाद वह इस बारे मैं और प्रतिक्रिया देने में सक्षम होंगे.