सेहत को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए हार्ट को हेल्दी रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। छोटी-छोटी बातों और आदतों पर ध्यान देकर जहां इसे लंबे समय तक हेल्दी रखा जा सकता है, तो वहीं कुछ आदतों से कम उम्र में ही हार्ट बीमार भी हो सकता है। डाइट और एक्सरसाइज ये दो चीजें हार्ट को हेल्दी रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। आज के समय में कार्डियोवैस्कुलर रोग दुनियाभर में होने वाली मौतों की प्रमुख वजह हैं, लेकिन इनमें कई कंडिशंस ऐसी होती हैं, जिनसे लाइफस्टाइल में सुधार कर बचा जा सकता ह। आइए जान लेते हैं इस बारे में।  

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पोषण से भरपूर खानपान

हार्ट को हेल्दी रखने के लिए डाइट पर ध्यान देना बहुत ज्यादा जरूरी है। अपने खानपान में हरी सब्जियों, फलियों, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट्स को शामिल करें। फल व सब्जियां विटामिन्स, मिनरल्स और एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। हार्ट से जुड़ी समस्याओं के लिए इन दोनों को ही जिम्मेदार माना जाता है। वहीं साबुत अनाज, जैसे- ओट्स, किनुआ और ब्राइन राइस फाइबर का स्त्रोत होते हैं, जो बैड कोलेस्ट्रॉल कम करने के साथ ब्लड प्रेशर को मेंटेन रखते हैं।

सोडियम-शुगर लेवल कम करें

ज्यादा सोडियम का सेवन हाई ब्लड प्रेशर की वजह बन सकता है और यह हार्ट प्रॉब्लम्स का प्रमुख रिस्क फैक्टर होता है। भोजन में ऊपर से नमक डालकर खाने की आदत तो बहुत ज्यादा नुकसानदायक है। नमक की ही तरह शुगर का सेवन भी मोटापे, डायबिटीज और इन्फ्लेमेशन का कारण बन सकता है, जो हार्ट के लिए बिल्कुल भी सही नहीं। चीनी व नमक से भरपूर चीजों, प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन कम करके हार्ट को काफी हद तक हेल्दी रखा जा सकता है।

हेल्दी Vs अनहेल्दी फैट्स

हार्ट को हेल्दी रखने के लिए हेल्दी और अनहेल्दी फैट्स के बीच का फर्क समझना जरूरी है। ऑलिव ऑयल, एवॉकाडो, फैटी फिश, सूखे मेवों में हेल्दी फैट्स होते है, जो हार्ट के लिए नुकसानदायक नहीं होते। इस तरह के फैट्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं, जो इन्फ्लेमेशन कम करने और एरिथमिया (दिल की अनियमित धड़कन) का रिस्क कम करते हैं। वहीं तली-भुनी चीजों, प्रोसेस्ड फूड्स, रेड मीट अनहेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं, जो शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम करते हैं और इससे हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।