• रात एक बजे के बाद सोने वालों के मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है और यह सिलसिला बना रहे, तो सेहत को और भी कई नुक़सान हो सकते हैं। जानिए कि क्या है इसकी वजह, और नींद को बेहतर कैसे बनाया जा सकता है।अनियमित जीवनशैली और काम की व्यस्तता के चलते आजकल ज़्यादातर लोग देर रात तक जागते हैं। हाल ही में हुए एक शोध में सामने आया है कि रात को एक बजे के बाद सोने वाले लोगों को ख़राब मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति झेलनी पड़ सकती है।