कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी के विधानसभा में दिए 'ठाकुरों का कुआ' वाले बयान पर बवाल मचा हुआ है. जब उन्होंने यह बयान दिया तो सदन के भीतर निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी, संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल समेत कई बीजेपी विधायकों ने भी विरोध जाहिर किया. वहीं, उनके इस बयान को लेकर उन्हीं की पार्टी के नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी खरी-खरी सुना दी. अब पोकरण से बीजेपी विधायक महंत प्रताप पुरी ने भी हरीश चौधरी को जमकर घेरा है. उन्होंने कांग्रेस विधायक के बयान को गलत ठहराते हुए कहा कि हम सभी जिम्मेदार व्यक्ति हैं और हमें बोलने से पहले तोलना चाहिए. निंदनीय आचरण कोई भी करें, चाहे मैं करूं या कोई दूसरा करें. हर कोई इस बात की निंदा करेगा. महंत प्रताप पुरी ने कहा कि जहां ऐसे विषय आते हैं और जहां ऐसे विचार आते हैं तो बोलने से पहले तोलना चाहिए. बोलें और तोलें नहीं तो उसका परिणाम अच्छा नहीं आता है और अच्छा संदेश में नहीं जाता है. सभी को समान मानकर देखा जाना चाहिए.  बीजेपी विधायक ने कहा "जितनी भी हिंदू समाज की जातियां हैं. हम एक-दूसरे के पूरक हैं. लेकिन अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए इस तरह का करना किसी के लिए भी उचित नहीं रहता है. भगवान हम सभी को सद्बुद्धि दें. ताकि हम सदमार्ग पर चलकर अपना जीवन सफल करें. महंत प्रतापपुरी महाराज ने पूर्व मंत्री साले मोहम्मद पर भी बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने एक विशेष वर्ग के लिए काम किया. लेकिन अब जनता को लगता है कि महाराज आए हैं तो सबका काम होगा. मैं भेदभाव नहीं करता. समान दृष्टि से सभी का काम करवाने का पूरा प्रयास करूंगा. काम हो या ना हो, लेकिन मेरे प्रयास में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए.