मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA CASE) घोटाले को लेकर कर्नाटक में भाजपा लगातार कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। भाजपा ने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया का इस्तीफा मांगा है। अब कर्नाटक बीजेपी ने शनिवार को राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि अगर MUDA  मामले को उजागर करने वाले आरटीआई कार्यकर्ताओं में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की कथित भूमिका पाई गई तो वह विरोध करेगी।

भाजपा ने कहा, 'कांग्रेस ने उन लोगों को चुप कराने, धमकाने और जेल में डालने की कला में महारत हासिल कर ली है जो अपनी शक्ति का उपयोग करके उनके वास्तविक स्वरूप को उजागर करने का प्रयास करते हैं।' 

आरटीआई कार्यकर्ताओं के साथ अगर हुआ उत्पीड़न तो...

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा, 'कांग्रेस द्वारा मैसूर पुलिस आयुक्त को दी गई शिकायत में नामित आरटीआई कार्यकर्ताओं को अगर किसी भी प्रकार का उत्पीड़न किया जाता है, तो कर्नाटक भाजपा इसका विरोध करेगी।'

विजयेंद्र ने कहा कि उन्हें पर्याप्त पुलिस सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैसूर के एमयूडीए मामले में आरटीआई कार्यकर्ताओं को दबाव में लेकर चुप कराने में विफल रहे कांग्रेस के सदस्य अब पुलिस बल का प्रयोग कर उन्हें चुप कराने का प्रयास कर रहे हैं। 

सिद्धारमैया के खिलाफ झूठे आरोप

मैसूरु जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बी.जे. विजयकुमार और कांग्रेस प्रवक्ता एम. लक्ष्मण ने शुक्रवार को मैसूरु शहर के पुलिस आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया कि आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू और स्नेहमयी कृष्णा सिद्धारमैया के खिलाफ झूठे आरोप लगा रहे हैं।

केंद्रीय भारी उद्योग और इस्पात मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने भी इस मुद्दे पर कांग्रेस सरकार की आलोचना की थी और राज्य सरकार पर एमयूडीए मामले को उजागर करने वाले आरटीआई कार्यकर्ताओं को परेशान करने का आरोप लगाया था।