केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश में उभरते सुरक्षा खतरे के परिदृश्य से निपटने के लिए आतंकी नेटवर्क और उनके सहायक तंत्र को खत्म करने के लिए सुरक्षा और कानून लागू करने वाली एजेंसियों के बीच अधिक तालमेल पर जोर दिया है। गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए सुरक्षा एजेंसियों और अन्य खुफिया और कानून लागू करने वाली एजेंसियों के प्रमुखों को राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति संपूर्ण सरकारका दृष्टिकोण अपनाने का निर्देश दिया। गृह मंत्री ने खुफिया ब्यूरो के मल्टी एजेंसी सेंटर’ (एमएसी) के कामकाज की भी समीक्षा की, जिसके पास देश की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने की जिम्मेदारी है। एमएसी, इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) के तहत एक सामान्य आतंकवाद-रोधी ग्रिड है, जो 2001 में कारगिल युद्ध के बाद अस्तित्व में आई। शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी सभी एजेंसियों से युवा, तकनीकी रूप से कुशल और जोशीले अधिकारियों की टीम गठित करने पर जोर दिया, ताकि बिग डेटा और एआइ, एमएल-संचालित विश्लेषण और तकनीकी प्रगति का उपयोग करके आतंकी इकोसिस्टम ध्वस्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि एमएसी ढांचे की पहुंच और प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए इसमें बड़े तकनीकी और परिचालन सुधार किए जाएंगे।