नई दिल्ली।  सावन की शुरुआत के साथ ही कांवड़ियों की यात्रा की शुरुआत हो जाएगी। कांवड़ यात्रा की तैयारियों में यूपी सरकार और प्रशासन जुट चुकी है। वहीं, कांवड़ यात्रा को लेकर मुजफ्फरनगर प्रशासन ने एक ऐसा निर्देश जारी किया किया है, जिस पर काफी बहस हो रही है।

दरअसल, निर्देश दिया गया है कि जिले में हर दुकानदार को अपनी दुकान पर नाम का बोर्ड लगा होगा, जिससे कोई कावड़िया गलती से मुसलमान की दुकान से सामान न खरीद ले।

पुलिस के फैसले पर भड़के ओवैसी और जावेद अख्तर

मुजफ्फरनगर प्रशासन के इस फैसले पर एआईएमआईएम (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी से लेकर मशहूर पटकथा लेखक जावेद अख्तर तक ने आपत्ति जाहिर की है।  जावेद अख्तर ने लिखा,"मुजफ्फरनगर यूपी पुलिस ने निर्देश दिया है कि निकट भविष्य में किसी विशेष धार्मिक जुलूस के मार्ग पर सभी दुकानों, रेस्टोरेंट और यहां तक कि वाहनों पर मालिक का नाम प्रमुखता से और स्पष्ट रूप से दर्शाया जाना चाहिए। क्यों? नाजी जर्मनी में वे केवल विशेष दुकानों और घरों पर ही निशान बनाते थे।"

वहीं, असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया साइड 'एक्स' पर एक पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए लिखा,"उत्तर प्रदेश पुलिस के नए आदेश के अनुसार अब हर खाने वाली दुकान या ठेले के मालिक को अपना नाम बोर्ड पर लगाना होगा ताकि कोई कांवड़िया गलती से मुसलमान की दुकान से कुछ न खरीद ले। इसे दक्षिण अफ्रीका में अपारथाइड कहा जाता था और हिटलर की जर्मनी में इसका नाम 'जूडेन बॉयकॉट' (Judenboycott) था।"

अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर साधा निशाना 

वहीं, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस मामले पर योगी सरकार को घेरा है। अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा,"… और जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है, उसके नाम से क्या पता चलेगा?