नई दिल्ली। Kedarnath Delhi Controversy: बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने केदारनाथ मंदिर में सोने के घोटाले के दावों पर ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य पर पलटवार किया।दरअसल, ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने दावा किया है कि केदारनाथ मंदिर से 228 किलोग्राम सोना चोरी हुआ है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अजय ने ANI से कहा कि केदारनाथ धाम में सोना गायब होने के बारे में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने शंकराचार्य से तथ्य और इस मामले में सबूत पेश करने की चुनौती दी है।
शंकराचार्य को चुनौती
ANI ने अजेंद्र अजय से शंकराचार्य के सोना चोरी हो जाने वाले दावे पर जवाब मांगा। इस पर उन्होंने कहा कि 'मैं स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का सम्मान करता हूं, लेकिन वह दिन भर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते रहते हैं...विवाद पैदा करना, सनसनी फैलाना और खबरों में बने रहना स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की आदत हो गई है। केदारनाथ धाम में सोना गायब होने पर उनका बयान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं उनसे आग्रह करता हूं और चुनौती भी देता हूं कि वह तथ्य और सबूत सामने लाएं।'
केदारनाथ में सोना घोटाला? स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने क्या किया दावा
सोमवार, 15 जुलाई को स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आरोप लगाया कि केदारनाथ से 228 किलो सोना गायब हो गया है। साथ ही दिल्ली में बनने वाले केदारनाथ मंदिर पर उन्होंने ने आरोप लगाया कि प्रतीकात्मक केदारनाथ नहीं बन सकता है। शिवपुराण में 12 ज्योतिर्लिंगों का नाम और स्थान के साथ उल्लेख किया गया है। जब केदारनाथ का पता हिमालय में है, तो वह दिल्ली में कैसे हो सकता है? इसके पीछे राजनीतिक कारण हैं। राजनीतिक लोग हमारे धार्मिक स्थलों में प्रवेश कर रहे हैं।
केदारनाथ में हुए सोने के घोटाले को लेकर उन्होंने दावा किया कि, वह मुद्दा क्यों नहीं उठाया जाता? वहां घोटाला करने के बाद अब दिल्ली में केदारनाथ बनेगा? और फिर एक और घोटाला होगा। केदारनाथ से 228 किलो सोना गायब है। कोई जांच शुरू नहीं हुई है। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? अब वे कह रहे हैं कि वे दिल्ली में केदारनाथ बनाएंगे, ऐसा नहीं हो सकता।'