प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी पारी का काम संभालते ही दूसरे देशों से रिश्ते सुधारने की अपनी मुहिम को गति देनी शुरू कर दी है। पिछले सप्ताह रूस दौरे के बाद वे ऑस्ट्रिया दौरे पर गए थे। मोदी से पहले 41 साल तक कोई भारतीय प्रधानमंत्री ऑस्ट्रिया नहीं गया था। इससे पहले मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में इजरायल और फिलिस्तीन जैसे देशों की यात्रा की थी, जहां उनसे पहले कोई भारतीय प्रधानमंत्री नहीं गया था। मंगोलिया, रवांडा और पापुआ न्यू गिनी जैसे देशों में भी प्रधानमंत्री के तौर पर जाने वाले मोदी पहले भारतीय नेता हैं। इसके अलावा दूसरे देशों से संबंध सुधारने की दिशा में भी मोदी प्रयासरत हैं। श्रीलंका, संयुक्त अरब अमीरात, स्वीडन और जॉर्डन जैसे देशों में भी मोदी गए, जहां उनसे पहले तीन दशकों तक कोई भारतीय प्रधानमंत्री नहीं गया था। इन सभी देशों के साथ भारत ने महत्वपूर्ण समझौते भी किए और द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने की दिशा में नई शुरुआत भी। मोदी की इन यात्राओं की वजह से उनकी छवि भी सुधरी है और भारत की भी। इसके चलते ही उन्हें 15 देशों का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान मिल चुका है। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद अब तक कुल 77 विदेश यात्राएं की हैं, जिनमें 67 देश शामिल हैं। मोदी की प्रधानमंत्री के तौर पर पहली विदेश यात्रा भूटान की थी और आखिरी रूस और ऑस्ट्रिया की। सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले जवाहर लाल नेहरू ने कुल 70 विदेश यात्राएं की तो 10 साल तक देश की बागडोर संभालने वाले मनमोहन सिंह ने कुल 73 विदेश यात्राएं की। इंदिरा गांधी ने 16 साल के कार्यकाल में 75 विदेश यात्राएं की। 6 महीने तक प्रधानमंत्री रहे चरण सिंह एक भी बार विदेश यात्रा पर नहीं गए।