बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर प्रदेश की सियासत गर्म है। एनडीए में शामिल जदयू इस मांग को लेकर एक बार फिर से मुखर हुई है, वहीं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को इशारों ही इशारों में जदयू को यह बता दिया कि विशेष राज्य का दर्जा बिहार को नहीं मिल सकता। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने शनिवार को कहा कि पहले ही नीति आयोग ने साफ मना कर दिया है कि किसी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सकता है। ऐसे में यह मांग ही उचित नहीं है। हाजीपुर में उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान बिहार को विशेष राज्य के दर्जे से जुड़े एक प्रश्न के जवाब में कहा, “नीति आयोग ने साफ मना कर दिया है, अब कोई पत्थर पर कितना भी माथा पीटे, ये उचित नहीं है।उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि बिहार के विकास के लिए जितनी योजना व फंड की आवश्यकता होगी, पीएम नरेंद्र मोदी देंगे। उल्लेखनीय है कि जदयू के नेता इन दिनों लगातार बिहार के विशेष राज्य का दर्जा मिलने के समर्थन में बयान दे रहे हैं। हालांकि दो दिन पहले ही जदयू के नेता और बिहार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा था कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने में कोई अड़चन हो, तो विशेष पैकेज मिलना चाहिए। बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने से केंद्र की मोदी सरकार अपने सहयोगियों के भरोसे हैं। ऐसे में माना जा रहा था कि प्रधानमंत्री मोदी को समर्थन देने के बदले नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करेंगे। लेकिन केंद्रीय मंत्री के इस बयान के बाद अब लोगों की नजरे नीतीश कुमार पर टिक गई है कि अब उनका अगला कदम क्या होगा?