जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकी हमले के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। सोमवार को कठुआ के बदनोटा इलाके में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने एक गश्ती दल पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें पांच शहीद हो गए थे और कई घायल हो गए थे। आतंकवादियों की तलाश के लिए इलाके में तुरंत एक बड़ा घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) शुरू किया गया। सीएएसओ में लगे सुरक्षा बलों की ताकत बढ़ाने के लिए सेना के शीर्ष पैरा कमांडो को इलाके में हवाई मार्ग से उतारा गया। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर किसी भी आतंकी हमले को रोकने के लिए रियासी, उधमपुर और रामबन जिलों में राजमार्ग पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और JKP के जवानों को पर्याप्त संख्या में तैनात किया गया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब अमरनाथ यात्रा के 11वें जत्थे ने मंगलवार को जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर यात्रा की। यह राजमार्ग जम्मू संभाग के रियासी, उधमपुर और रामबन जिलों से होकर गुजरता है। इस आतंकी हमले में घायल हुए पांच जवानों को आगे के इलाज के लिए पड़ोसी राज्य पंजाब के पठानकोट शहर के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।जम्मू-कश्मीर के कठुआ आतंकी हमले पर रक्षा सचिव गिरिधर अरमने ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मैं कठुआ के बदनोटा में हुए आतंकवादी हमले में पांच बहादुर जवानों की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त करता हूं तथा शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। राष्ट्र के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा को सदैव याद रखा जाएगा और उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा तथा भारत हमले के पीछे की बुरी ताकतों को पराजित करेगा