ताइवान और भारत के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रमुख मंच, "ताइवान एक्सपो इन इंडिया 2024", पांच साल के अंतराल के बाद, नई दिल्ली में फिर से शुरू हुआ है। प्रदर्शनियों और नेटवर्किंग कार्यक्रमों के इस अग्रणी मंच (ताइवान एक्सपो इंडिया 2024) के 7वें संस्करण का उद्घाटन आज अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रशासन (टी.आई.टी.ए.) के महानिदेशक सिंथिया किआंग और ताइवान बाह्य व्यापार विकास परिषद (टैट्रा) के अध्यक्ष जेम्स हुआंग के नेतृत्व में हुआ। प्रगति मैदान के भारत मंडपम, हॉल नंबर 2 में हो रहे इस एक्सपो में 120 ताइवानी कंपनियां प्रदर्शक के रुप में हिस्सा ले रही हैं। उद्घाटन समारोह में भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम के मुख्यमंत्री श्री लालदुहावमा, मिज़ोरम से सांसद श्री रिचर्ड वानलालहमंगइहा, फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और ऊर्जा भंडारण समिति के अध्यक्ष श्री मनीष शर्मा; इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव श्री राजू गोयल, भारत में ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र (टी.ई.सी.सी.) के प्रतिनिधि बाउ शॉन गेर और प्रमुख ताइवानी व्यापारिक नेताओं ने विशिष्ट अतिथियों के रुप में भाग लिया। इस कार्यक्रम में 150 से अधिक अतिथि और मीडिया कर्मी शामिल हुए।

 जेम्स हुआंग ने कहा कि भारत 2018 से वैश्विक विनिर्माण क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ा है और अंतरराष्ट्रीय रुझानों के अनुरूप उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर रहा है। साथ ही यह एक लोकप्रिय क्षेत्रीय विनिर्माण केंद्र के रूप में भी उभरा है। ताइवान की ए.आई. क्षमता के साथ जुड़कर "डिजिटल इंडिया" और "स्मार्ट सिटीज" पहल ताइवान और भारत को वैश्विक प्रौद्योगिकी विनिर्माण उद्योग में नए मील के पत्थर स्थापित करने के लिए प्रेरित करेगा। टीआईटीए के महानिदेशक सिंथिया कियांग ने बताया कि भारत वर्तमान में जूते और वस्त्रों का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता है। वैश्विक ब्रांडों की "चीन+1" रणनीति के प्रभावी होने के बाद, भारत आपूर्ति श्रृंखला स्थानांतरण के लिए उत्पादन आधार बनकर उभरा है। भारत में ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र (टी.ई.सी.सी.) के प्रतिनिधि बाउ शुआन गेर ने विश्वास व्यक्त किया कि ताइवान और भारत के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी लगातार जारी रहेगी। एक्सपो के पहले दिन दोपहर में "ताइवान-जापान बिजनेस कोऑपरेशन सेमिनार और भारत में मैचमेकिंग" आयोजित किया। इस कार्यक्रम में भाग लेते हुए जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन के नई दिल्ली कार्यालय, प्रमुख जापानी व्यापारिक कंपनियों सुमितोमो और मारुबेनी, जापानी कंपनियों पैनासोनिक, डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स और अहमानी के प्रतिनिधियों ने भारतीय बाजार के अपने अपने अनुभव को साझा किया