राजस्थान के राज्यपाल और कुलाधिपति कलराज मिश्र ने सोमवार को कहा कि सरदार पटेल पुलिस, सुरक्षा और आपराधिक न्याय विश्वविद्यालय को क्राइम रिसर्च के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करना चाहिए. उन्होंने विश्वविद्यालय से एक 'थिंक-टैंक' के रूप में काम करने और अपराध विज्ञान तथा प्रभावी पुलिस शिक्षा से संबंधित विभिन्न विषयों में उत्कृष्ट शोध के लिए काम करने का आह्वान किया. राज्यपाल मिश्र ने जोधपुर स्थित सरदार पटेल पुलिस, सुरक्षा और आपराधिक न्याय विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा, 'इस विश्वविद्यालय को भारत और विदेशों में अपराध विज्ञान शिक्षण में नवाचार का एक प्रमुख केंद्र भी बनना चाहिए. शिक्षा का व्यक्ति और समाज के विकास से बहुत गहरा संबंध है. हमें शिक्षा की सर्वोत्तम संरचना और आदर्श मूल्यों को आगे बढ़ाना है. भारत सदियों से विश्व गुरू रहा है और संसार को ज्ञान की रोशनी से रोशन किया है. नालन्दा और तक्षशिला इसका जीता जागता उदाहरण है. इस विश्वविद्यालय का नाम लौह पुरुष सरदार पटेल के नाम पर रखा गया है.' राज्यपाल ने आगे कहा, 'सरदार पटेल ने रियासतों का एकीकरण किया और छोटी-बड़ी रियासतों को मिलाकर एक अखंड राष्ट्र बनाया. सरदार पटेल ने देश में एक मजबूत पुलिस व्यवस्था स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यह विश्वविद्यालय उनके दिखाए आदर्श मार्ग पर चलते हुए भारत को एक मजबूत पुलिस व्यवस्था देने के लिए कर्मी एवं अधिकारी उपलब्ध कराने के साथ-साथ समय के अनुरूप पुलिसिंग की उत्कृष्ट शिक्षा भी प्रदान करेगा. इस विश्वविद्यालय के छात्रों को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत' के संकल्प को पूरा करने में योगदान देना चाहिए.'